राजकीय इंटर कॉलेज अल्मोड़ा में हाल ही में प्राथमिक शिक्षा में काउंसलिंग के माध्यम से चयनित 110 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। इस समारोह में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि एक अध्यापक का कार्य केवल ज्ञान impart करना नहीं है, बल्कि वह आने वाली पीढ़ी को दिशा दिखाने का कार्य भी करता है।
चयनित अध्यापकों की संख्या
इन 110 सहायक अध्यापकों में से 61 अध्यापक अल्मोड़ा जनपद के लिए और 49 अध्यापक बागेश्वर जनपद के लिए चयनित हुए हैं। यह संख्या यह दर्शाती है कि शिक्षा के क्षेत्र में नई भर्तियों की आवश्यकता और महत्व कितना बढ़ गया है। युवा शिक्षकों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है, जो उनके करियर की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।
मंत्री का प्रेरणादायक संदेश
अजय टम्टा ने इस अवसर पर शिक्षकों से आग्रह किया कि वे अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लें। उन्होंने कहा, “आप जैसी शिक्षा अपने बच्चों के लिए चाहते हैं, वैसी ही शिक्षा आप अन्य बच्चों को भी दें।” यह एक प्रेरणादायक संदेश है जो शिक्षकों को न केवल ज्ञान impart करने के लिए प्रेरित करता है, बल्कि उन्हें बच्चों के प्रति आत्मीयता और स्नेह रखने की भी सलाह देता है।
मंत्री ने 2047 के विजन पर भी प्रकाश डाला, जिसमें भारत को एक विकसित देश बनाने का संकल्प लिया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की भूमिका इस प्रक्रिया में अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि शिक्षकों ने बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार दिए, तो निश्चित रूप से यह देश विकास की ओर अग्रसर होगा।
जिलाधिकारी का योगदान
कार्यक्रम में उपस्थित जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने भी सभी शिक्षकों को बधाई दी और उन्हें उनके नए कार्य के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा, “शिक्षक में समाज की दिशा बदलने की क्षमता होती है।” यह बात इस तथ्य को रेखांकित करती है कि शिक्षक केवल कक्षा में पढ़ाने वाले नहीं होते, बल्कि वे समाज के भविष्य को आकार देने वाले महत्वपूर्ण व्यक्तित्व होते हैं।
शिक्षकों की सामाजिक जिम्मेदारी
शिक्षकों की भूमिका सिर्फ पाठ्यक्रम को पढ़ाने तक सीमित नहीं होती। उनका कार्य बच्चों को नैतिक मूल्य और जीवन के महत्वपूर्ण पाठ भी सिखाना होता है। जब एक शिक्षक बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार देता है, तो वह न केवल उनके व्यक्तिगत विकास में मदद करता है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने में भी योगदान देता है।
शिक्षक अपने विद्यार्थियों के लिए एक रोल मॉडल होते हैं। यदि वे खुद अच्छा व्यवहार करते हैं, तो उनके छात्र भी उनसे प्रेरित होकर अच्छे नागरिक बन सकते हैं। यह एक चक्र है, जिसमें एक अच्छा शिक्षक, अच्छे छात्रों का निर्माण करता है और वे बाद में समाज के लिए अच्छे नागरिक बनते हैं।