अल्मोड़ा की आर्किटेक्ट अनूभूति अग्रवाल ने एक नई उपलब्धि हासिल करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के सानिध्य में पंजाब विश्वविद्यालय से मास्टर आफ आर्किटेक्ट में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। यह सम्मान उन्हें पंजाब विश्वविद्यालय के 72वें दीक्षांत समारोह में 12 मार्च को मिला।
अनूभूति अग्रवाल की शैक्षिक यात्रा बेहद प्रेरणादायक रही है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा डी ए वी पब्लिक स्कूल, लारेंस पब्लिक स्कूल और आर्मी पब्लिक स्कूल अल्मोड़ा से प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर की डिग्री ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय देहरादून से हासिल की, जहां उन्हें सिल्वर मेडल और प्रथम श्रेणी में सफलता मिली। इसके बाद, अनूभूति ने चंडीगढ़ की प्रसिद्ध आर्किटेक्ट फर्म “एस डी शर्मा एसोसिएशन” में प्रशिक्षु के रूप में कार्य किया और अपने बैचलर डिग्री के बाद वहीं सेवाएं दी।
चंडीगढ़ कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर से उन्होंने मास्टर ऑफ आर्किटेक्चर की डिग्री स्वर्ण पदक के साथ प्राप्त की। इसके अलावा, अनूभूति ने GATE 2022 की परीक्षा में आल इंडिया लेवल पर 700 रैंक हासिल की और छात्रवृत्ति प्राप्त की। वह GRIHA Certified Professional और BIM Architect की उपाधि भी प्राप्त कर चुकी हैं। चंडीगढ़ कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर से उन्हें संजीव भंडारी छात्रवृत्ति भी प्राप्त हुई है।
अनूभूति अग्रवाल ने अपनी मास्टर ऑफ आर्किटेक्चर का शोध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट, जागेश्वर धाम, पर किया है। उनकी यह कड़ी मेहनत और समर्पण न केवल आर्किटेक्चर के क्षेत्र में एक बड़ा कदम है, बल्कि पूरे उत्तराखंड के लिए गर्व की बात है।
वर्तमान में, अनूभूति अग्रवाल “आकृति डिजाइन स्टूडियो” के बैनर तले अल्मोड़ा और चंडीगढ़ में अपनी सेवाएं दे रही हैं और आर्किटेक्चर के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित करने की दिशा में काम कर रही हैं। उनके द्वारा किए गए कार्य और उपलब्धियां उनके मजबूत दृष्टिकोण और देश सेवा की भावना को दर्शाते हैं।