अल्मोड़ा — शहर में तेज रफ्तार और खतरनाक स्टंट करने वाले बाइक सवारों के खिलाफ अल्मोड़ा पुलिस ने सख्त रुख अपनाया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा के निर्देश पर स्टंटबाजों और ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले रेट्रो साइलेंसर लगाने वाले युवाओं के विरुद्ध कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
इसी क्रम में आज कोतवाली अल्मोड़ा क्षेत्र में अपर पुलिस अधीक्षक हरबंस सिंह व सीओ गोपाल दत्त जोशी के पर्यवेक्षण और प्रभारी निरीक्षक योगेश चन्द्र उपाध्याय के नेतृत्व में उप निरीक्षक बृजमोहन भट्ट की टीम द्वारा चेकिंग अभियान चलाया गया।
अभियान के दौरान एक मोटरसाइकिल सवार को रोका गया जो रेट्रो साइलेंसर के ज़रिए अत्यधिक शोर कर रहा था और ज़िगज़ैग तरीके से वाहन चला रहा था। वाहन पर नम्बर प्लेट नहीं थी, और चालक के पास रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) भी नहीं था। रैश ड्राइविंग और खतरनाक स्टंट के चलते युवक पर ₹12,500 का चालान किया गया और बाइक को मौके पर ही सीज कर दिया गया।
जांच में सामने आया कि आरोपी सोशल मीडिया पर जानलेवा स्टंट की रीलें भी पोस्ट करता था। ऐसे स्टंट आम जनमानस, विशेषकर बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के लिए गंभीर खतरा बनते जा रहे हैं, जिसकी शिकायतें लगातार पुलिस को मिल रही थीं।
पुलिस ने चेतावनी दी है कि स्टंट करने वालों की पहचान कर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। साथ ही, ऐसे वाहन मॉडिफिकेशन करने वाले मोटर मैकेनिकों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे अवैध रूप से रेट्रो साइलेंसर या अन्य खतरनाक बदलाव न करें।
अल्मोड़ा पुलिस का यह कदम जनता की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।