अल्मोड़ा जिले में वित्तीय धोखाधड़ी का एक गंभीर मामला सामने आया है। प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह गैलाकोटी ने इस मामले को उजागर करते हुए जिला अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।
ज्ञापन के अनुसार, ग्राम पंचायत दुगालखोला की पूर्व प्रधान की फर्जी मोहर का उपयोग कर ऋण लेने का प्रयास किया गया। बहादुर नेगी (पुत्र बिशन सिंह) और दिनेश नेगी (पुत्र चन्दन सिंह) ने एसबीआई लाला बाजार ब्रांच, अल्मोड़ा में एनएलएम योजना के तहत प्रॉपर्टी मोर्टगेज से संबंधित दस्तावेज जमा किए थे। बैंक को दस्तावेजों में फर्जी मोहर का संदेह हुआ, जिसके बाद जांच की गई। जांच में पुष्टि हुई कि इन जाली दस्तावेजों के आधार पर ऋण प्राप्त करने की कोशिश की गई थी।
प्रधान संगठन ने इस धोखाधड़ी को लेकर गहरी चिंता जताई और प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। संगठन ने अनुरोध किया कि ऐसे अपराधों पर कठोर कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
प्रधान संगठन ने जिला अधिकारी से शीघ्र कार्रवाई करने की अपील की थी। अब इस मामले में अल्मोड़ा पुलिस थाने में प्रथम सूचना दर्ज कर ली गई है, और आगे की जांच शुरू हो चुकी है। संगठन ने प्रशासन से सख्त कदम उठाने और दोषियों को दंडित करने की मांग की है ताकि जनता का न्याय और प्रशासन पर विश्वास बना रहे।