अल्मोड़ा। जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने जागेश्वर धाम के निकट स्थित ऐतिहासिक ऐरावत गुफा और जटा गंगा के उद्गम स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने ऐरावत गुफा को एक नए पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की संभावनाएं तलाशीं और मौके पर मौजूद अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि ऐरावत गुफा को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने लोक निर्माण विभाग की अधिशाषी अभियंता को निर्देशित किया कि गुफा तक पहुंच मार्ग, स्थल का सौंदर्यीकरण तथा ध्यान केंद्रों की स्थापना हेतु शीघ्र डिज़ाइन तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि जागेश्वर आने वाले श्रद्धालुओं को इस गुफा की ओर आकर्षित किया जा सकता है जिससे क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों की आजीविका में भी वृद्धि होगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा जागेश्वर क्षेत्र को विकसित करने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि क्षेत्र में पर्यटन की नई संभावनाओं को तलाशा जाए ताकि अधिक से अधिक पर्यटक आकर्षित हो सकें।
इसके उपरांत जिलाधिकारी ने जटा गंगा के उद्गम स्थल का निरीक्षण भी किया। उन्होंने इस क्षेत्र में सुधारात्मक कार्य कराने के निर्देश देते हुए कहा कि इसे भी एक सुंदर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है। उन्होंने जागेश्वर से जटा गंगा उद्गम स्थल तक इको ट्रैक विकसित करने की बात कही और स्वयं ट्रैकिंग कर मार्ग की प्राकृतिक सुंदरता का अवलोकन किया।
निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति नवीन भट्ट, ईई लोक निर्माण विभाग ऋचा भट्ट, तहसीलदार एवं कार्यवाहक प्रबंधक जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति बरखा जलाल, पुजारी प्रतिनिधि पंडित नवीन चंद्र भट्ट सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।