अल्मोड़ा – स्वच्छता किसी भी शहर के लिए न केवल उसकी सुंदरता को बढ़ाती है, बल्कि वहाँ रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा से भी जुड़ी हुई है। हर नगर निगम का यह दायित्व बनता है कि वह अपने क्षेत्र में सफाई बनाए रखे और नागरिकों को एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण प्रदान करे। हालांकि, अल्मोड़ा जैसे छोटे शहरों में भी नगर निगम को इस कार्य में कई बार सफलता नहीं मिल पाती। इसका उदाहरण हमें उत्तराखंड प्रेस क्लब अल्मोड़ा के भवन के पास साफ-सफाई की स्थिति में नजर आता है, जहाँ नगर निगम की निष्क्रियता स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है।
इस स्थान के आसपास की गंदगी और कचरा इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि नगर निगम स्वच्छता को लेकर अपनी जिम्मेदारी से विमुख है। पत्रकारों ने कई बार नगर निगम को इस स्थान की सफाई के लिए जागरूक किया है, लेकिन इसके बावजूद नगर निगम की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। यह न केवल नगर निगम की लापरवाही को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि वह नागरिकों की समस्याओं और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों के प्रति कितने संवेदनहीन हैं।
जब पत्रकार जैसे समाज के चौथे स्तंभ के सदस्य इस मुद्दे को उठाते हैं, तो यह बेहद महत्वपूर्ण होता है कि नगर निगम त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया दे। पत्रकारों के द्वारा उठाए गए मुद्दे समाज के व्यापक हित में होते हैं, और जब निगम इस पर ध्यान नहीं देता, तो यह सरकार और प्रशासन के प्रति लोगों का विश्वास कमजोर करता है। नगर निगम का यह कर्तव्य बनता है कि वह जनता की समस्याओं को गंभीरता से ले और उनका समाधान करे, खासकर स्वच्छता जैसे अहम मुद्दे पर।

यदि नगर निगम इस दिशा में गंभीर नहीं होता, तो यह शहर की छवि को भी नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। प्रेस क्लब के भवन के पास गंदगी का होना न केवल वहाँ काम करने वाले पत्रकारों के लिए बल्कि वहां से गुजरने वाले अन्य नागरिकों के लिए भी असुविधा का कारण बनता है। यह नगर निगम की असफलता का प्रतीक बन जाता है, जो नागरिकों के स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा में अपनी भूमिका निभाने में विफल हो रहा है।
स्वच्छता का महत्व समझते हुए नगर निगम को चाहिए कि वह अपने दायित्वों को पूरी जिम्मेदारी से निभाए। सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाना, गंदगी को समय पर हटाना और सार्वजनिक स्थानों पर कचरे के डिब्बे उपलब्ध कराना कुछ ऐसे कदम हैं जो नगर निगम को उठाने चाहिए। इसके अलावा, नगर निगम को अपने नागरिकों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है ताकि वे अपनी जिम्मेदारी समझें और सार्वजनिक स्थानों को साफ रखने में सहयोग करें।
अंततः, नगर निगम को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाने की आवश्यकता है। पत्रकारों और अन्य नागरिकों की आलोचना को सकारात्मक रूप में लिया जाना चाहिए और कार्यों को तेजी से पूरा करने के लिए तत्पर रहना चाहिए। यही वह तरीका है जिससे नगर निगम अपनी छवि सुधार सकता है और शहर को एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण प्रदान कर सकता है।