जनपद अल्मोड़ा के ग्राम्य विकास विभाग द्वारा संचालित महात्मा गांधी रोजगार गारन्टी योजना के तहत विकास खंड हवालबाग की ग्राम पंचायत उस्कोना में आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन देखने को मिल रहा है। इस योजना के तहत ग्राम पंचायत में ग्रामीण परिवारों की आर्थिक स्थिति को सशक्त करने के लिए कई पहल की गई हैं, जिनसे अब ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भर बन चुकी हैं।
वर्ष 2023-24 के दौरान, इस ग्राम पंचायत के 25 परिवारों का चयन किया गया और उन्हें 99,000 रुपये के पैकेज के तहत उन्नत पशुपालन, गोशाला निर्माण, पशु चारानाद, कम्पोस्ट पिट और न्यूट्री गार्डन जैसी सुविधाएं प्रदान की गईं। इन सुविधाओं से गांव के ग्रामीणों को अपनी आय बढ़ाने का अवसर मिला, खासकर महिलाओं को।
इस योजना के तहत विशेष रूप से 16 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को लक्षित किया गया। इन महिलाओं ने गोशालाओं में गायों की देखभाल शुरू की, और अब वे प्रति माह 6,000 से 8,000 रुपये तक की आय अर्जित कर रही हैं। पशु चारानाद और कम्पोस्ट पिट से कृषि उत्पादन में भी वृद्धि हुई है, और न्यूट्री गार्डन के माध्यम से ग्रामीण परिवारों को अपने बच्चों को पौष्टिक आहार प्रदान करने में मदद मिल रही है।
ग्राम पंचायत उस्कोना के लाभार्थी परिवार इस योजना से बेहद संतुष्ट हैं। गांववासियों के अनुसार, यह योजना न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि पूरे गांव की अर्थव्यवस्था को भी सशक्त कर रही है।
यह पहल मनरेगा योजना की सफलता का एक बेहतरीन उदाहरण है, जो न केवल रोजगार सृजन कर रही है, बल्कि ग्रामीण विकास को भी बढ़ावा दे रही है। इस योजना ने यह सिद्ध कर दिया है कि सही दिशा में किए गए प्रयासों से ग्रामीण क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता और आर्थिक समृद्धि लायी जा सकती है।