आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के हरेला पीठ एवं यू सर्क देहरादून के सहयोग स हरेला महोत्सव के द्वितीय दिवस पर योग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर नवीन भट्ट के निर्देशन में योग जागरूकता शिविर का आयोजन हुआ। योग विज्ञान विभाग में दीप प्रज्वलन एवं मंत्रोच्चारण के साथ वानिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अनिल कुमार यादव ,योग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉक्टर नवीन भट्ट, डॉ.धनी आर्य ,डॉ मनीष त्रिपाठी ने योग जागरूकता शिविर का शुभारंभ किया।
योग जागरूकता शिविर में प्रशिक्षक गिरीश अधिकारी ने योगाभ्यास कराया। उन्होंने आसन, प्राणायाम, मुद्रा, ध्यान का अभ्यास कराते हुए बताया कि आसन ,प्राणायाम ,मुद्रा, ध्यान हमारे शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक शरीर पर प्रभाव डालते हुए हमें निरोगी बनाते हैं।
हरेला पीठ के संयोजक प्रो अनिल कुमार यादव ने कहा कि योग और पर्यावरण वर्तमान समय में हमारी आवश्यकता है। हरे पेड़ पौधे प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से कार्बन डाइऑक्साइड ग्रहण कर, हमें ऑक्सीजन देते हैं। आज वनों का कटान होने से पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। हमें हरेला कार्यक्रमों के माध्यम से वन बचाने के लिए प्रयास करने होंगे। उन्होंने हरेला पीठ के कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी।

योग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम निर्देशक डॉ नवीन भट्ट ने कहा-आज से कई सौ वर्ष पूर्व हमारे ऋषि-मुनियों द्वारा आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी इन पंच तत्वों को ईश्वर की संज्ञा दी गई और उनकी पूजा अर्चना कर संरक्षण किया। वैदिक ग्रंथों में पर्यावरण संरक्षण पर चर्चा की गई है। हमें हरेला पर्व को मनाकर पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करने होंगे। विश्वविद्यालय का हरेला पीठ पर्यावरण संरक्षण, लोक संस्कृति के लिए कार्य कर रहा है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो नरेंद्र सिंह भंडारी के संरक्षण में हरेला महोत्सव का साप्ताहिक महोत्सव शुरू हो गया है।
हरेला महोत्सव के द्वितीय दिवस पर डॉ धनी आर्य, डॉ मनीष त्रिपाठी ने अपने अपने विचार साझा किए।
इस अवसर पर योग विज्ञान विभाग, वनस्पति विज्ञान विभाग के सैकड़ों विद्यार्थी शामिल हुए।