आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत सोबन सिंह जीना परिसर के संगीत विभाग में सुगम संगीत प्रतियोगिता (गजल, भजन, गीत और चित्रपट संगीत) का आयोजन हुआ। संगीत के विद्यार्थियों ने सुरों से समां बांधा। सुगम संगीत प्रतियोगिता के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कला संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो जगत सिंह बिष्ट, विशिष्ट अतिथि रूप में अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो इला साह, संगीत विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ सबीहा नाज, वरिष्ठ शिक्षिका डॉ वंदना जोशी ने सरस्वती चित्र पर पुष्पार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर प्रतियोगिता की शुरुआत की।
इस अवसर पर संगीत विभाग के विद्यार्थियों ने अतिथियों का स्वागत किया।
विभाग की अध्यक्ष डॉ सबीहा नाज द्वारा विभाग की उपलब्धियों और सुगम संगीत प्रतियोगिता की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने संगीत विभाग की ओर से अतिथियों का स्वागत किया।
मुख्य अतिथि रूप में कला संकाय के संकायाध्यक प्रो जगत सिंह बिष्ट ने कहा कि विद्यार्थी आगे बढ़ने के लिए आत्ममनन करें। जीवन में वही लोग आगे बढ़ते हैं जो चिंतन करते हैं। संगीत को लेकर कहासंगीत एक साधना का विषय है। संगीत ईश्वरीय स्वरूप है। विभाग के संबंध में कहा कि संगीत एवं चित्रकला विभाग हमेशा से ही विश्वविद्यालय के कार्यक्रमों में सहयोग देते आये हैं। संगीत विभाग मुकुट में लगा हुआ हीरा है। विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि विद्यार्थी अपने समय को नष्ट न करें।उन्होंने विभाग के कार्यक्रमों की सराहना की।
विशिष्ट अतिथि रूप में अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो इला साह ने कहा कि संगीत विभाग द्वारा बेहतर प्रयास किये जा रहे हैं। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा की संगीत के विद्यार्थी अपने को संगीत क्षेत्र में भविष्य बनाने के लिए तैयार करें। उन्होंने कहा कि संगीत विभाग द्वारा आजादी के अमृतकाल में प्रतियोगिता कराकर बेहतरीन प्रयास किया है।
प्रतियोगिता में संगीत विभाग की वरिष्ठ शिक्षक डॉ वंदना जोशी ने सभी अतिथियों का आभार जताया।
प्रतियोगिता में हर्षिता मेहरा, संदीप कुमार, अंजली आर्या, भगवान प्रसाद, रेनू, प्रियंका मेहरा,विनीता जोशी, शिवानी आर्या, अक्षय कुमार ने भजन, गीत , कव्वाली गाई। जिसमें अक्षय कुमार प्रथम स्थान पर, अंजली आर्या द्वितीय स्थान पर और शिवानी आर्या तृतीय स्थान पर रही।
प्रतियोगियों को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया।

सुगम संगीत प्रतियोगिता का शोध छात्रा हर्षिता गुरुरानी ने संचालन किया।
इस प्रतियोगिता में शोधार्थी सौरभ जोशी ने हारमोनियम एवं सौरभ पंत ने तबले पर संगत दी।
प्रतियोगिता में डॉ ललित जोशी, कुंवर राज (निदेशक,घुघुती सांस्कृतिक समिति), विनीता जोशी, प्रियंका मेहरा, सुरेश लाल, अक्षय कुमार आदि उपस्थित रहे।