चम्पावत



नशे से मुक्ति दिलाए जाने एवं अधिक से अधिक लोगों को स्वरोजगार से जोड़े जाने हेतु जिले
में जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भण्डारी के नेतृत्व में एक नई पहल प्रारम्भ की गयी है, जिसके अन्तर्गत जिले के ऐसे क्षेत्र जहाँ लोग वर्तमान में भाँग की खेती करते हैं जिससे नशे की प्रव्रत्ति को बढ़ावा मिलता है, ऐसे क्षेत्रों में लोगों को रोजगार से जोड़े जाने हेतु मनरेगा के अंतर्गत मत्स्य तालाब निर्मित कर मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों की आजीविका में वृद्धि के साथ ही अधिक से अधिक लोगों को स्वरोजगार मिलेगा और नशे से भी मुक्ति मिलेगी।
इस नई पहल की शुरुआत शनिवार को जिले के विकासखण्ड लोहाघाट के ग्राम पंचायत बसान के ग्राम गौड़ी से की गई। इस गाँव में प्रारम्भ में मनरेगा से 5 मत्स्य तालाब बनाए जा रहे हैं। कार्यक्रम में जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भण्डारी, पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा ने प्रतिभाग कर भूमि पूजन कर तालाब निर्माण कार्य को प्रारम्भ कराया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित क्षेत्रवासियों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भण्डारी ने कहा कि नशा एवं स्वरोजगार एक गंभीर समस्या है, इस समस्या के स्थाई समाधान हेतु जिले में लगातार निरंतर प्रयास जारी हैं नशामुक्ति अभियान के तहत भी अनेक कार्य किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज जिले में लगभग 90 फीसदी मछली की आपूर्ति जिले के बाहर से हो रही है, जिले से ही इसकी अधिक से अधिक आपूर्ति हो सके इस उद्देश्य से इस वर्ष लगभग 450 नए मत्स्य तालाब जिले में बनाए जा रहे हैं जिसमें से लगभग 300 तालाब मनरेगा से बनाए जा रहे हैं। जिले में ऐसे स्थलों को चिह्नित किया जा रहा है,जो पानी की उपलब्धता वाले क्षेत्र हों और वर्तमान में लोग वहां भांग की खेती कर रहे हैं उन क्षेत्रों के लोगों को प्रेरित कर ऐसे स्थानों में मत्स्य तालाब बनाए जा रहे हैं, ताकि जिन क्षेत्रों में वर्तमान में भांग की खेती हो रही है जिससे सिर्फ नशे को बढ़ाता मिल रहा है उस क्षेत्र में लोग नशे को खत्म करने के साथ ही स्वरोजगार को अपनाएं, जिससे नई पीढ़ी का भविष्य भी सुरक्षित रहेगा और रोजगार के अवसर भी बढंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि मत्स्य पालन से जहाँ एक ओर आजीविका में वृद्धि होगी वहीं स्थानीय स्तर पर रोजगार भी प्राप्त होगा और लोगों के स्वास्थ्य को भी लाभ प्राप्त होगा। जिलाधिकारी ने जिले के किसानों, काश्तकारों युवाओं से अपील की है कि वह स्वरोजगार को अपनाएं, कृषि औद्यानिकी, पशुपालन, मुर्गीपालन के साथ ही मत्स्य पालन को भी अपनाएँ, इस हेतु मनरेगा जैसी सरकार की योजनाओं का अधिकाधिक लाभ उठाएं। जिलाधिकारी ने कहा कि नशे की समस्या एक गंभीर समस्या है इसे खत्म करने हेतु सभी को आगे आना होगा,तथा नई पीढ़ी का भविष्य सुनहरा व सुरक्षित करना होगा।
इस दौरान जिलाधिकारी के समुख क्षेत्र में हाईस्कूल खोले जाने की मांग पर जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के माध्यम से सर्वे कर शासन को प्रस्ताव भेजे जाने की बात कही साथ ही गौड़ी-किमतोली सड़क सुधारीकरण हेतु भी लोनिवि को प्रस्ताव तैयार कर कार्यवाही के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने गांव में जंगली जानवरों से खेती के बचाव हेतु तार बाढ़ करने हेतु खण्ड विकास अधिकारी लोहाघाट को निर्देश दिये साथ ही गाँव में बंद पड़े ही सिंचाई हाईड्रम योजना को भी सुचारू करने व घराट के संचालन के निर्देश अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई व उरेडा को दिये।
कार्यक्रम में उपस्थित पुलिस अधीक्षक ने कहा कि भांग की खेती को नष्ट करके मत्स्य पालन करना स्वरोजगार का एक बेहतर वैकल्पिक रूप है जिले में यह एक अच्छी पहल है जिससे जहाँ एक ओर नशे से मुक्ति मिलेगी वहीं लोगों को स्वरोजगार से भी जोड़ा जाएगा।
इस दौरान विभिन्न विभागों द्वारा विभागीय स्टाल के माध्यम से ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। बाल विकास विभाग के वन स्टॉप सेंटर से आई टीम द्वारा महिलाओं को महिला उत्पीड़न की रोकथाम आदि के संबंध में जागरूक किया पुलिस विभाग की ओर से नशामुक्ति अभियान के अंतर्गत जनजागरूक किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी आर एस रावत,ग्राम प्रधान गौड़ी मनीषा बोहरा,प्रधान चौड़ा राजपुरा मन्नू कठायत,खण्ड विकास अधिकारी के एस रावत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी स्थानीय जनता उपस्थित रही।

इसे भी देखे – जिलाधिकारी के आदेश की पशुपालकों ने उड़ाई धज्जियां

इसे भी देखे – सब दिवाली मानने में लगे और एक सभासद ऐसा जो लोगों के घर में पकड़ रहा है सांप