सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय,अल्मोड़ा के इतिहास,समाजशास्त्र एवं हिंदी विभाग और सेवा इंटरनेशनल-अंतराष्ट्रीय सहयोग परिषद (नेपाल अध्ययन केंद्र), नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में ‘इंडो नेपाल रिलेशन्स एंड उत्तराखंड इंडिया:शेयर्ड हिस्ट्री एंड कल्चर’ विषयक तीन दिवसीय अंतराष्ट्रीय सेमिनार को लेकर वानिकी विज्ञान विभाग में आयोजित हुई बैठक में विभिन्न समितियों के दायित्वों की समीक्षा हुई।
इस अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में गणमान्य व्यक्तियों, विद्वानों, शोधकों एवं विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जा रहा है। विभिन्न तकनीकी सत्रों में भारत एवं अन्य देशों के रिसर्चर भारत-नेपाल के सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, सामाजिक, साहित्यिक, राजनीतिक आदि पहलुओं पर शोध पत्रों को पढ़ेंगे। सेमिनार के संचालन के लिए समितियों के संयोजकों को निर्देशित किया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो नरेंद्र सिंह भंडारी के नेतृत्व एवं संरक्षण में इस अंतराष्ट्रीय सेमिनार की तैयारियां तीव्रता के साथ हो रही हैं।

इस अंतराष्ट्रीय सेमिनार में जर्मनी, फ्रांस, यूएसए,, पोलैंड, रसिया, नेपाल और भारत के विशेषज्ञ/विद्वान सेमिनार में भागीदारी कर मंथन करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में विद्वान भारत एवं नेपाल के सांस्कृतिक, सामाजिक, भाषिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक पहलुओं पर मंथन करेंगे।
सेमिनार के स्थानीय सचिव प्रो वी डी एस नेगी ने अंतरराष्ट्रीय सेमिनार की तैयारियों की रूपरेखा प्रस्तुत की और निदेशक, शोध एवं प्रसार प्रो जगत सिंह बिष्ट ने समितियों के अध्यक्षों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि अंतराष्ट्रीय सेमिनार में सभी सहयोग करेंगे।

बैठक में प्रो जगत सिंह बिष्ट (निदेशक, शोध एवं प्रसार), प्रो अनिल जोशी (संकायाध्यक्ष, कला), प प्रो शेखर जोशी (अधिष्ठाता शैक्षिक), प्रो सोनू द्विवेदी (संकायाध्यक्ष, दृश्यकला), प्रो निर्मला पंत (अंग्रेजी विभाग), प्रो ज्योति जोशी (भूगोल विभाग),प्रो अनिल कुमार यादव (समन्वयक, ग्रीन ऑडिट), डॉ नंदन सिंह बिष्ट (निदेशक, NRDMS),डॉ चंद्र प्रकाश फूलोरिया डॉ भाष्कर चौधरी, डॉ दीपक टम्टा, डॉ ललित जोशी, डॉ गोकुल देवपा, डॉ लक्ष्मी वर्मा, प्रेमा बिष्ट, दिनेश पटेल, रवि कुमार, जीवन भट्ट, चंदन जीना, विनोद आर्या,