युवा जन संघर्ष मंच के बैनर तले के संयोजक मनोज बिष्ट (भय्यू) के नेतृत्व में आज जिला अस्पताल अल्मोड़ा में धरना प्रदर्शन किया गया। धरना उन दोषियों के खिलाफ है जिन्होंने 20.8.2020 को श्रीमती आशा देवी व उसके गर्व में पल रहे 5 महीने के बच्चे को मार दिया और उन प्राइवेट हॉस्पिटलों के जिन्होंने उसे हाथ लगाने से मना कर दिया उस महिला और नवजात की मृत्यु हो गई और मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार और जिलाधिकारी को एक ज्ञापन प्रेषित किया था जिसमें दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त और कठोर से कठोर कार्रवाई 7 दिन के भीतर करीकरने की बात कही गई थी। लेकिन उसमें अभी तक कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई मनोज का कहना है कि इसी कारण धरने में बैठने को बाध्य होना पड़ा और हम तब तक धरने के लिए बाध्य होंगे जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल जाता और पीड़ित परिवार को ₹1000000 की आर्थिक सहायता नहीं दी जाएगी हमें नायब तहसीलदार द्वारा आश्वासन दिया गया की ए डी एम साहब धरना स्थल में आकर आपको उसकी जानकारी देंगे हम लोगों ने इंतजार किया और करने के बाद हमें यह उत्तर मिलता है की हम जांच कर रहे हैं और हम नहीं बता पाएंगे कि जांच कब खत्म होगी ऐसे रवैया से हमें बहुत आघात पहुंचा की प्रशासनिक अधिकारी द्वारा हमें यहां जवाब भिजवाया गया और हमें न्याय चाहिए और खराब व चरमराई हुई स्वास्थ्य सेवाएं को दुरुस्त करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं चाहे उसके लिए हमें आंदोलन की राह चुन्नी पढ़े और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए हमें विभिन्न संगठनों द्वारा समर्थन मिला है और दिया जा रहा है।
धरना स्थल में प्रमुख वक्ता अमर बिष्ट जिला संयोजक राजीव गांधी पंचायत राज संगठन, भानु जोशी उपाध्यक्ष यूकेडी, कमल कोरंगा छात्र नेता, अक्षित पांडे पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष, श्रीमती इंदिरा अधिकारी, रूचि बिष्ट, राहुल बिष्ट वरिष्ठ उप सचिव व्यापार मंडल, महिपाल प्रसाद प्रभारी आम आदमी पार्टी जागेश्वर, गिरीश गोस्वामी यूकेडी अल्मोड़ा, नितिन पंत, दीपचंद जोशी और सचिव बार एसोसिएशन अल्मोड़ा पंकज बजेठा अधिवक्ता, भैय्यू शैली, आशुतोष पवार, मोहित मिश्रा, जीशान खान, जाहिद, फैज खान, फिरोज खान, शेर खान, सुमित टम्टा, प्रेम टम्टा, मनोज कुमार, आशीष जोशी छात्र नेता, सार्थक साह, पवन नेगी, ईशान खान, दिलजीत सिंह, सिमरजीत सिंह लोग मौजूद थे।