धौलछीना। विकासखंड के धौलछीना में नया थाना स्वीकृत किए जाने का जनप्रतिनिधियों तथा क्षेत्रवासियों ने स्वागत किया है। थाना खुलने से क्षेत्र में बढ़ते अपराधों पर अंकुश लग सकेगा। ग्रामीणों ने उम्मीद जताई है कि सरकार के इस निर्णय के बाद अब ग्रामीण क्षेत्र में कानून व्यवस्था मजबूत होगी। लंबे अरसे से ग्रामीण धौलछीना में थाना खुलवाए जाने की मांग करते आ रहे हैं।
धौलछीना क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है यहां पर वर्ष भर देश-विदेश से पर्यटक आते जाते हैं। बाहर से आने वाले अराजक तत्वों, तस्करों तथा अन्य अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस तत्परता से कार्य कर सकेगी। लंबे समय से इस क्षेत्र को राजस्व पुलिस से हटाकर रेगुलर पुलिस को सौंपे जाने की मांग की जा रही थी। विकासखंड के अति दुर्गम क्षेत्र सेराघाट की सीमा पिथौरागढ़ तथा बागेश्वर जिले से जुड़ी हुई है। अक्सर इस क्षेत्र में अपराध की घटनाएं अधिक होती है। अक्सर जटिल अपराधों को राजस्व पुलिस से स्थानांतरित कर रेगुलर पुलिस को सौंपा जाता रहा है। धौलछीना थाने के अंतर्गत विकासखंड के 54 राजस्व गांवों के अलावा धौलादेवी ब्लॉक के भी कुछ गांव को जोड़ा जाएगा।

विकासखंड के 54 राजस्व ग्राम सभाओं की जिम्मेदारी मात्र 8 पटवारियों के कंधे पर है।

चंद्र सिंह मेहरा अध्यक्ष, ग्राम प्रधान संगठन….. थाना खुलने से क्षेत्र में अराजक तत्वों पर लगाम लग सकेगी। कानून व्यवस्था मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री का यह कदम सराहनीय है।

दरबान सिंह रावत अध्यक्ष व्यापार मंडल …… लंबे समय से धौलछीना में थाने की मांग की जा रही थी। अक्सर बड़े अपराधों के खुलासे के लिए दन्या थाने से पुलिस बुलानी पड़ती है। क्षेत्र में बढ़ते अपराधों तथा अपराधियों पर लगेगा अंकुश। सरकार का यह कदम स्वागत योग्य है। लंबे समय से अधर में लटकी धौलछीना तहसील की स्वीकृति भी जल्द दी जाए।

संजय बाणी, जिला पंचायत सदस्य सल्ला भटकोट.. निश्चित रूप से हर्ष का विषय है धौलछीना में थाना खुलने जा रहा है। खाकी के खौफ से अपराधियों के हौसले कमजोर पड़ेंगे। सेराघाट में भी एक पुलिस चौकी होनी चाहिए।

रेखा पांडे जेष्ठ उप प्रमुख… स्वागत योग्य कदम है रेगुलर पुलिस से अपराध में नियंत्रण होगा। राजस्व विभाग के पास पर्याप्त संसाधन नहीं होते हैं।