विगत कई सालों से धार की धूनी से शैल बाईपास तक रोड के हाल खस्ताहाल हुए थे। इसको लेकर कई बार लोगों ने और नेताओं ने आंदोलन की बात कही थी। उसके पश्चात नेशनल हाईवे विभाग की भी नींद खुली और उस रूट में गड्ढों को भरने का काम शुरु कर दिया। लेकिन गड्ढों के भरे जाने के दो दिन पश्चात ही जल निगम चिर निद्रा से बाहर आया और उसे भी आभास हो गया कि रोड बन गई है तो हम भी अपनी पानी की लाइन डाल दें। जिलाधिकारी के आदेश के पश्चात नेशनल हाईवे जनता की सुध लेते हुए इन गड्ढों को भरने का कार्य शुरु किया। आपको बता दें कि कुछ दिन पूर्व अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी ने भी गड्ढों के नहीं भरे जाने पर आंदोलन की बात करते हुए नाराजगी जताई थी। जिसको लेकर विभाग ने सड़क मरम्मत का कार्य शुरु किया। वर्तमान में मरम्मत का कार्य चल ही रहा है उसी दौरान जिस जगह मरम्मत का कार्य पूर्ण हो चुका है। वहां जल निगम के द्वारा अपनी पाइप लाइन के लिए उस रोड को खोद दिया गया है। रोड खुदाई जल निगम द्वारा कर तो दी गई है लेकिन आने वाली बरसात इस स्थान को और खराब कर देगी कहा जा सकता है कि स्थिति पूर्व वत हो जाएगी।

नेशनल हाईवे की जेई पूजा बिष्ट ने बताया कि उनके द्वारा पूर्व में जल निगम और जल संस्थान को कई पत्र लिखे गए थे पर आज तक कोई जवाब नहीं दिया गया है और आज बिना अनुमति के ही रोड कटिंग का कार्य किया जा रहा है। जल निगम ने हमारे विभाग को रोड कटिंग का आज दिन तक कोई पैसा जमा नहीं किया गया है।