चंपावत –


जिला मुख्यालय में जिला कार्यालय में शुक्रवार को बद्री गाय की घी के अतिरिक्त ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री हेतु स्टॉल लगाए गए सभी उत्पादों की हाथों हाथ बिक्री हुई।
दीवाली पर्व के उपलक्ष्य में स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद, जूट के थैले, स्वेटर, मोमबत्ती, ऐंपण व बद्री गाय के घी की खूब बिक्री रही। दिवाली पर्व के दौरान ग्रामीण महिलाओं के स्वयं सहायता समूह की ओर से निर्मित इन सभी उत्पादों की 25 हजार रुपये तक की बिक्री हुई। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ईष्ट देवता स्वयं सहायता समूह के जूट के थैले, स्वेटर, मोमबत्ती सहित कई स्थानीय उत्पादों को लोगों ने हाथों हाथ लिया। वहीं बद्री गाय के घी की भी खूब मांग रही। खास खूबियों वाले इस जैविक घी की 1200 रुपये प्रति किलो में बिक्री हुई।
इस मौके पर पाटी विकास खण्ड की चल्थियां गांव के स्वयं सहायता समूह की प्रतिनिधि ज्योति कुंवर ने बताया कि वह 11 किलो बद्री गाय का घी लाई थी जो हाथों हाथ बिका। जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने बद्री गाय के घी के लिए वाजिब मूल्य पर बाजार उपलब्ध कराने में मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि समूह की महिलाओं के प्रयासों से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में बद्री गाय के घी के उत्पादन को बढ़ाए जाने एवं उसके प्रोत्साहन एवं बाजार उपलब्ध कराए जाने हेतु हेता संस्था के साथ अनुबंध किया गया है। अन्य जो संस्थाएं जो यह उत्पाद लेना चाहती हैं उन्हें भी उपलब्ध कराई जाएगा। पूर्व में बद्री गाय के घी का दाम जो 7 सौ रूपये तक प्राप्त हो रहा था आज उसकी कीमत 12 सौ रुपये प्रति किलो तक प्राप्त हो रही है। जिससे किसानों को दो गुना तक का लाभ मिल रहा है इससे महिलाओं को अधिक लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जिले में बद्री गाय के घी के उत्पादन को और अधिक मात्रा में बढ़ाए जाने हेतु किसानों को बद्री गाय पालने हेतु प्रेरित कर उनकी सहायता की जा रही है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आर एस रावत,प्रबंधक नाबार्ड अमित पांडेय,लीड बैंक अधिकारी प्रवीन सिंह गर्बियाल,एपीडी विम्मी जोशी,खण्ड विकास अधिकारी पाटी एस सी लोहनी,हेता संस्था के असीम रावत सहित विभिन्न महिला समूह की महिलाएं आदि उपस्थित थे।