अल्मोड़ा-जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की मांग को लेकर सर्वदलीय संघर्ष समिति ने आज गांधी पार्क में धरना दिया तथा प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।इस अवसर पर नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी ने बताया कि उन्होंने शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल को पत्र लिखकर यह मांग की है कि पहाड़ की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए जिलास्तरीय विकास प्राधिकरण को पर्वतीय क्षेत्र से समाप्त किया जाए।उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण के विरोध में संघर्ष कर रही सर्वदलीय संघर्ष समिति के शिष्टमंडल को 14 अक्टूबर २०२१ को सम्बोधित करते हुए पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान की उपस्थिति में पूर्व शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत ने स्पष्ट घोषणा की थी कि अल्मोड़ा तथा कोटद्वार नगरपालिकाओं को पूर्ववत् नगर क्षेत्र में भवन मानचित्र स्वीकृत करने के अधिकार पुनः दिए जाएंगे तथा उन्होंने तत्कालीन शहरी विकास सचिव शैलेश बगोली को निर्देश भी दिए थे कि तत्काल इस सम्बन्ध में शासनादेश जारी किया जाए।परन्तु आज आठ माह बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस है तथा उनकी यह घोषणा हवा हवाई साबित हुई।उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अल्मोड़ा में स्वयं स्वीकार किया था कि जिला विकास प्राधिकरण के कार्यालय भ्रष्टाचार के अड्डे बन गये हैं तथा उनके कारण लोगों की परेशानियां बड़ी हैं।और उसके बाद उनके द्वारा जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण की कार्यवाही को स्थगित करने के आदेश दिए गये लेकिन जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को समाप्त नहीं किया गया।अब जबकि शासन के स्तर से यह कहा जा रहा है कि जिन भवनस्वामियों ने बिना मानचित्र स्वीकृत कराये अपने भवनों का निर्माण किया है उन मामलों में भी कार्यवाही की जाए।इस अवसर पर समिति के प्रवक्ता राजीव कर्नाटक ने कहा कि जब तक प्रदेश सरकार जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को पूरी तरह समाप्त कर भवन मानचित्र स्वीकृति सम्बन्धी समस्त अधिकार नगरपालिका को नहीं दे देती तब तक सर्वदलीय संघर्ष समिति का धरना जारी रहेगा।धरने में नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी,आनन्द सिंह बगडवाल,समिति के प्रवक्ता राजीव कर्नाटक, दीपांशु पाण्डेय,हेम चन्द्र जोशी,महेश चन्द्र आर्या,ललित मोहन पन्त,एम०सी०काण्डपाल, राजू गिरी,सभाषद हेम तिवारी,सभाषद सचिन आर्या,कांंग्रेस अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला, आनन्दी वर्मा,प्रताप सत्याल,लक्ष्मण सिंह ऐठानी आदि उपस्थित रहे।