अल्मोड़ा-जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की मांग को लेकर सर्वदलीय संघर्ष समिति अल्मोड़ा ने आज गांधी पार्क में धरना दिया तथा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।सरकार के खिलाफ गहरा रोष व्यक्त करते हुए वक्ताओं ने कहा कि पिछले पांच वर्षों से अल्मोड़ा की जनता सर्वदलीय संघर्ष समिति के बैनर तले प्राधिकरण समाप्ति की मांग को लेकर आन्दोलनरत है लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही।इस अवसर पर समिति के संयोजक पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी ने कहा कि संघर्ष समिति पिछले पांच वर्षों से लगातार जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की मांग को लेकर संघर्षरत है लेकिन सरकार ने कुछ माह पूर्व प्राधिकरण को स्थगित करके इस मुद्दे पर अपनी इतिश्री कर ली।उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार सत्ते के नशे में चूर है इसी कारण पिछले पांच वर्षों से जनता के आन्दोलन के बाबजूद भी प्राधिकरण को समाप्त नहीं कर रही है।श्री जोशी ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने नवम्बर २०१७ में तुगलकी फरमान से इस जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को लागू किया था जिसका लगातार संघर्ष समिति एवं जनता द्वारा विरोध किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्पष्ट रूप से यह जान ले कि जब तक सरकार इस जनविरोधी प्राधिकरण को स्पष्ट आदेश के तहत समाप्त नहीं कर देती तब तक समिति का आन्दोलन जारी रहेगा।उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में आन्दोलन को और उग्र किया जाएगा।कांंग्रेस नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला ने सूबे के मुख्यमंत्री से मांग की है कि जनहित में अविलम्ब जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को समाप्त कर भवन मानचित्र स्वीकृति के समस्त अधिकार नगरपालिका को दिए जाएं।उन्होंने कहा कि सर्वदलीय संघर्ष समिति लगभग पांच सालों से जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की मांग को लेकर लगातार धरने,प्रदर्शन,ज्ञापन आदि का कार्यक्रम कर रही है जिसे सरकार ने गंभीरता से लेना चाहिए और पर्वतीय क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए तुरन्त इस जनविरोधी जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त करना चाहिए।धरने की अध्यक्षता समिति के संयोजक पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी तथा संचालन कांंग्रेस जिला प्रवक्ता राजीव कर्नाटक ने किया।धरने में पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी,कांंग्रेस जिला प्रवक्ता राजीव कर्नाटक,कांंग्रेस जिला सचिव दीपांशु पाण्डे,कांंग्रेस जिलाध्यक्ष पीताम्बर पाण्डेय,चन्द्रमणि भट्ट,लक्ष्मण सिंह ऐठानी,एन०डी०पाण्डे,ललित मोहन पन्त,एम०सी०काण्डपाल,चन्द्रमणि भट्ट,तारा चन्द्र साह,सभाषद हेम तिवारी,ललित मोहन जोशी,चन्द्र कान्त जोशी,दीपा साह,बी०सी०दुर्गापाल, नवीन चन्द्र जोशी,आनन्द बगडवाल, घनश्याम गुरूरानी, सुनयना मेहरा,चन्द्र शेखर सिराड़ी,भारतरत्न पाण्डेय सहित दर्जनों लोक शामिल रहे।