पू०उपाध्यक्ष,एन.आर.एच.एम. बिट्टू कर्नाटक ने मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार को भेजे ज्ञापन में कहा कि वर्तमान समय में उत्तराखण्ड राज्य में कोरोना संक्रमण भयावह रूप से बहुत तेजी से फैल रहा है तथा हजारों नागरिकों की असमय मृत्यु हो रही है। वैज्ञानिकों/चिकित्सकों की राय के अनुसार कोरोना संक्रमण से बचाव का एक मात्र विकल्प टीकाकरण है। कर्नाटक ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के पर्वतीय जनपदों में यातायात /आवागमन के पर्याप्त साधन नहीं हैं। साथ ही टीकाकरण केन्द्र की संख्या भी काफी कम है। टीकाकरण केन्द्रों की संख्या कम होने से उनमें टीका लगाने वाले व्यक्तियों की काफी भीड रहती है, जो कोरोना संक्रमण का कारण बन सकती है। ऐसी स्थिति में उन्होंने प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी से अनुरोध किया है कि कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने तथा शत प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को पूर्ण करने के लिये आवश्यक है कि पल्स पोलियो टीकाकरण के तर्ज पर घर-घर जाकर पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा टीकाकरण किया जाय अथवा अलग अलग स्थानों पर टीकाकरण केन्द्र स्थापित किये जांय ।

               कर्नाटक ने कहा कि वैक्सीन को एक निश्चित तापमान में रखा जाना है इसके लिये कोल्ड स्टोरेज (आईस्कीम रखने वाले आईस्कीम बाक्स जैसे उपकरण) तथा अधिक से अधिक टीकाकरण केन्द्र स्थापित कर उनमें रेफ्रिजरेटर की व्यवस्था भी की जाय। ताकि टीका लोगों के घरों के नजदीक उपलब्ध हो सके और वैक्सीन को घर-घर पहुंचाया जा सके साथ ही अन्य वैक्सीनों जैसे स्पुतनिक-अ आदि को भी जनता तक पहुंचाने की व्यवस्था कर स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराया जाय , ताकि टीकाकरण केन्द्रों में वैक्सीन की कमी न रहे ।