अल्मोड़ा। कोरोना की आपदा में जहां लोग मजदूरों के लिए मसीहा बनते दिखे हैं, वहीं कई लोग आवारा पशुओं और बेजुबान जानवरों के लिए भी मसीहा बनते नजर आ रहे हैं। इसी तरह पशु प्रेमी गुलनार खान, मुनान खान, बिलाल खान जैसे लोग इन जानवरों को खाना खिलाने का काम कर रहे हैं। लॉक डाउन के दौरान सड़कों में रहने वाले जानवर भूख प्यास से बेहाल हो रहे हैं। ऐसे में उनकी मदद के लिए इस तरह के लोग बढ़-चढ़कर आगे आ रहे हैं। यह परिवार जगह-जगह रह रहे जानवरों को खाना खिलाने का काम कर रहा है जो कि एक नेकी का काम माना जाता है। लाज़मी सी बात है बेज़ुबान जानवर माँग नहीं सकते लेकिन परिस्थिति की मार ये भी झेल रहे हैं ऐसे में इनकी मदद के लिए आगे आना सराहनीय कार्य है।