अल्मोड़ा। कोरोना का खतरा जिस तरह बढ़ते जा रहा है अब पहाड़ो पर भी इसका खतरा मंडराने का अंदेशा हो सकता है। पहाड़ों में न तो चिकित्सा सुविधाएँ है और न ही कोई इंतजामात। इन हालात में अगर पब्लिक ट्रांसपोर्ट या बसों,  ट्रेनों से यात्रा करके आने वाले लोगों को पहाड़ों में बिना चेकिंग के नहीं आने देना चाहिए। पहाड़ में आने से पहले सभी लोगों की सरकारी चिकित्सकों या प्राइवेट चिकित्सकों के द्वारा पूर्ण जाँच के बाद ही पहाड़ों में आवाजाही करने की अनुमति दी जानी चाहिए।  ये बात आज पूर्व राज्य मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने कही। कर्नाटक ने ये भी कहा कि इस तरह की बीमारी से लड़ने के लिए सभी लोगों को खुद जागरूक बन कर अपने प्रदेश जनपद और देश को सुरक्षित करना चाहिए। पहाड़ों में चिकित्सा व्यवस्था की कमी बहुत बड़े खतरे को न्योता दे सकती है। अतः सुरक्षा की दृष्टि से पहाड़ में आने से पहले  अपनी जांच करा कर ही पहाड़ों में लोगों को आना चाहिए ताकि यहाँ रह रहे लोगों और आने वाले लोगों को सुरक्षा दी जा सके।

  अन्य देशों में भी इसी प्रकार आवाजाही पर अंकुश लगा कर संक्रमण को रोकने के प्रयास किये जा रहे हैं। अतः लोगों की सुरक्षा की दृष्टि से ऐसे आवश्यक कदम उठाए जाने भी ज़रूरी हैं।