अल्मोड़ा-यूथ कांंग्रेस प्रदेश प्रवक्ता वैभव पाण्डेय ने विगत दिवस भाजपा सरकार द्वारा किसानो के नाम पर पूरे प्रदेश में बांटे गये बिना ब्याज के सरकारी ऋणों पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन ऋणों में सरकार और उसके नुमाइंदों ने किसानों का हक़ मारते हुए अपने व्यक्तिगत संबंधो पर अपने ख़ास लोगों को तीन लाख से पांच लाख तक का लोन बिना किसी ब्याज के दे दिया जो कि साफ प्रदर्शित करता है कि भाजपा सरकार सिर्फ अपने लोगों का भला करती है और समाज में ढिंढोरा पीटती है कि भाजपा सरकार जीरो टॉलरन्स की सरकार है।श्री पाण्डेय ने कहा कि वास्तव में इस ऋण के हकदार वे लोग थे जिनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब है और जिनके पास अपना रोजगार शुरू करने तक का पैसा नहीं।परन्तु सरकार के ऋण वितरण कार्यक्रम से स्पष्ट प्रतीत हो रहा है कि पात्रों को छोड़ सरकार द्वारा अपात्रों को यह बिना ब्याज का ऋण देकर बेरोजगारों और आर्थिक रूप से कमजोर लोगोंके साथ छल किया गया है।जो साफ भाजपा की नियत और नीति को दर्शाता है।उन्होंने कहा कि भाजपा का काम केवल विज्ञापनों और समाचार पत्रों के माध्यम से अपनी पीठ थपथपाना भर रह गया है।कल के चैक वितरण कार्यक्रम में भी यही देखने को मिला।चैक वितरण कार्यक्रम को भाजपा ने अपना व्यक्तिगत कार्यक्रम बना दिया जिसमें भाजपा के पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।उन्होंने कहा कि चैक वितरित कर और उस चैक वितरण की फोटों अखबार में छपवा देने मात्र से ही भाजपा की कारस्तानी छुप नहीं जाएगी।उन्होंने कहा कि अब भाजपा सरकार को प्रत्येक जिले में इन ऋण आवेदन करने वालों और ऋण प्राप्त करने वालों की सूची सार्वजनिक करनी चाहिए।उन्होंने कहा कि जिन लोगों को वास्तव में अपना रोजगार शुरु करने के इस ऋण की आवश्यकता थी उन लोगों को तो इस ऋण से वंचित कर दिया गया इसके विपरीत अपात्रों को जो भाजपाइयों के निकटस्थ थे थोक के भाव ये ऋण बांट दिया गया।श्री पाण्डेय ने कहा कि किसी भी सूरत में सरकार के इस कारनामे को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।उन्होंने कहा कि गरीबों का हक मारकर उन व्यक्तियों को चैक बांटना जो चैक लेने के लिए अपनी गाड़ी में आएं कहां तक उचित है इसका फैसला जनता करे।