हल्द्वानी- विश्व श्रवण दिवस के अवसर पर *"जीवन के लिए सुनें, ध्यान से सुनें"* श्रवण शक्ति ने एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया।डॉ. आईसीएमआर के रवींद्र सिंह ने सहायक तकनीक का विस्तृत विवरण दिया है और इसके उपयोग प्रौद्योगिकी ने मनुष्यों के लिए उच्च उम्मीदें दी हैं। संज्ञान या संवेदी संकायों और बाधाओं जैसे सभी प्रतिबंधों को सहायक तकनीक से हटाया या कम किया जा सकता है। शहर के कई प्रमुख डॉक्टर कार्यशाला में उपस्थित थे। श्रवण शक्ति के विकलांग बच्चों ने भी श्रवण यंत्रों के अपने अनुभव बताए। इसके अलावा जो रोगी कार्यशाला में शामिल नहीं हो पाए, उन्होंने वस्तुतः भाग लिया। अमित मौर्य ने श्रवण शक्ति ट्रस्ट और इसके उद्देश्य के लिए काम करने के उद्देश्य का विस्तृत विवरण दिया। भविष्य में कार्यात्मक हानि के रोगी।