अल्मोड़ा-जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता राजीव कर्नाटक ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के कर्मचारी जो कि कोविड कॉल में फ्रंट लाइन वर्कर की भूमिका में है वह सरकार द्वारा अपनी अनदेखी से नाराज होकर आज से काम छोड़ होम आइसोलेशन में हैं।सरकार द्वारा उनकी सुध नही ली जा रही है।वह लोग दैनिक मजदूरी से भी कम मानदेय पर कार्य कर रहे है।ना तो उनकी जॉब सिक्युरिटी है न ही बीमा है।इस तरह के सौतेले व्यवहार से सुब्द्ध होकर प्रदेश के समस्त एन०एच०एम० कर्मी होम आइसोलेशन में चले गए है,जिससे कोविड सेम्पलिंग,कोविड रिपोर्टिंग,प्रसव समेत सभी कार्य प्रभावित होंगे,ये सरकार की एक ओर नाकामी और लापरवाही को दर्शाता है।उन्होंने कहा कि एन०एच०एम०कर्मियों की समस्याओं का अविलंब निराकरण अभी तक हो जाना चाहिए था।कहा कि एन०एच०कर्मियों हेतु स्पष्ट नियमावली लागू की जाए तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में संविदा के स्थान पर नियमित पदों का सृजन किया जाए।श्री कर्नाटक ने कहा कि एन०एच०एम०के कर्मी विगत 16 वर्षों से उत्तराखंड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों में अल्प वेतन पर कार्य कर रहे हैं तथा कोविड रोकथाम,स्वाइन फ्लू रोकथाम,डेंगू रोकथाम,पल्स पोलियो उन्मूलन का जिम्मा भी इन स्वास्थ्यकर्मियों पर है।उन्होंने कहा कि इन एन एच एम कर्मियों के लिए नियमित कर्मियों की भांति ही वेतन एवं 60 वर्ष तक विभाग में बनाए रखने हेतु नियमावली बनाई जाए।कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए एन एच एम स्वास्थ्यकर्मियों का सामूहिक बीमा तथा गोल्डन कार्ड की व्यवस्था की जाए।उन्होंने कहा कि एन एच एम के अन्तर्गत आउटसोर्सिंग के माध्यम से नियुक्त सम्बन्धी आदेशों को तुरन्त निरस्त कर राज्य तथा जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से संविदा में पूर्व की भांति नियुक्ति की जाए।