अल्मोड़ा। इंस्टीट्यूट आॅफ एडवांस स्टेडीज इन एजुकेशन अल्मोड़ा की ओर से आयोजित रिसर्च मैथड्स एण्ड डेटा एनालिसिस आॅनलाईन ओरिएंटेशन कोर्स के छठे दिन शोधार्थियों को शोध निष्कर्षो एवं सामान्यीकरण के बारे में संदर्भदाताओं ने व्याख्यान दिया। विशेषतौर पर रिसर्च रिपोर्ट,राइंटिंग एवं पब्लिकेशन के गुर सिखाएं गए।  

एससीईआरटी के सहयोग से आयोजित ओरिएंटेशन कोर्स के छठे दिन के पहले और दूसरे सेशन में लखनऊ विवि के डॉ शैलेश कौशल ने मल्टीपल रिसर्च एनालिसिस एंड कोरिलेशन (सहसंबंध) पर पीपीटी आधारित व्याख्यान दिया। वहीं, तीसरे सेशन में सोबन सिंह जीना परिसर के विशेष कार्यकारी अधिकारी एवं शिक्षा विभाग डॉ देवेंद्र सिंह बिष्ट ने शोधार्थियों एवं डाइट प्राध्यापकों को रिसर्च पूर्ण होने के बाद महत्वपूर्ण चरण रिसर्च रिपोर्ट एवं राइटिंग के बारे में लेक्चर दिया। डाॅ बिष्ट ने बताया कि रिसर्च पब्लिकेशन और रिसर्च पेपर तैयार करने के लिए स्टेंडर्ड पैटर्न, स्टाइल एवं फोर्मेट की विशेष जरुरत होती है। उन्होंने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वालों को सर्वप्रथम यह मालूम होेना चाहिए कि रिपोर्ट क्यों लिखी जाती है। कहा कि नवीन ज्ञान प्राप्ति और उसके व्यवहारिक अनुप्रयोग के लिए रिसर्च का यह स्टेप अत्यंत महत्वपूर्ण है। बताया कि रिसर्च रिपोर्ट एण्ड पब्लिकेशन क माध्यम से रिसर्चर अपने नवीन ज्ञान, सिद्धांत एवं खोज को अपनी लेखनी के द्वारा जनमानस तक पहुंचाने का काम करता है। जिससे की उसके द्वारा किया गया शोध समाज उपयोगी साबित हो सकें और लोग उसके रिसर्च के बारे में जान पाएं। इस दौरान उन्होंने उपस्थित प्रतिभागियों की रिपोर्ट राइटिंग में आने वाली समस्याओं का समाधान भी किया।

चैथे सेशन में एसएसजे विवि कंप्यूटर सांइस के डाॅ रविंद्र नाथ पाठक ने कंप्यूटेशन थ्योरी डिजाइन एंड एनालिसिस आॅफ एल्गोरिथम रिमोट सेंसिंग एंड जीआईएस पर व्याख्यान दिया। इस मौके पर कार्यक्रम समन्वयक डाॅ संगीता पंवार, गौहर फातिमा, हिमांशु शर्मा, गोेविंद सुयाल, राज्य के समस्त डायटों के प्राध्यापक एवं एसएसजे विवि के शोधार्थी मौजूद रहे।