सांसद अजय टम्टा की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक सम्पन्न हुई। विकास भवन में वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जनपद के समस्त विकासखण्डों के अधिकारियों ने इस बैठक में प्रतिभाग किया। सांसद ने जनपद व विकासखण्ड स्तरीय अधिकारियों के साथ केन्द्र पोषित योजनाओं व अन्य मुख्य कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की।
बैठक में उन्होने कहा कि जनपद की कई सड़कें वन भूमि हस्तान्तरण के कारण लम्बित है जिस पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वन और लोनिवि विभाग के अधिकारी आपसी समन्वय बनाकर लम्बित मामलों का समाधान करें। सांसद ने कहा कि जनपद के प्राथमिकता वाली सड़कों के वन भूमि के मामलों को यथाशीघ्र निपटाया जाय। उन्होंने एनएच के अधिकारियों को निर्देश दिये कि कई स्थानों पर सड़कों में गडढे है उन्हें बरसाम के बाद डामरीकण से ठीक कर दें ताकि लोगो को असुविधा न हो।
सांसद ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिये कि कोविड-19 के कारण वापस आये प्रवासियों को रोजगार से जोड़ा जाय केन्द्र व राज्य की योजनाओं से उन्हें लाभान्वित किया जाय जिससे पलायन को रोको जा सके। उन्होंने महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र को इसमें विशेष योजना बनाने के निर्देश दिये। इस दौरान अवगत कराया गया कि प्रवासियों के रोजगार से जोडने के लिए वर्तमान में कार्य चल रहा है इसके लिए प्रत्येक विकासखण्ड में प्रवासी मित्र बनाये गये है जो प्रवासियों की स्किल मैपिंग के आधार पर उन्हें योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने के निर्देश दिये। उन्होंने दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी ध्यान देने को कहा। मुख्य चिकित्साधिकारी के आग्रह पर उन्होंने 02 एम्बुलेंस सांसद निधि से देने का आश्वासन दिया। उन्होंने इस दौरान कोविड-19 के सम्बन्ध में भी जनपद की जानकारी प्राप्त की और कहा कि सभी लोगो में बेहतर कार्य अभी तक किया गया है। उन्होंने इस दौरान आयुष्मान गोल्डन कार्ड आदि के बारे में जानकारी ली।
जल जीवन मिशन के अन्तर्गत की गयी प्रगति पर उन्होंने कहा कि भारत सरकार के इस कार्यक्रम का उददेश्य हर घर में नल से जल देने का है। उन्होंने अधिकारियों को ठोस कार्य योजना व प्रस्ताव, डीपीआर आदि बनाने के निर्देश दिये जिससे इस योजना का उददेश्य सफल हो सके। बैठक में उन्होने कृषि, उद्यान, उरेडा, विघुत, शिक्षा, स्वजल आदि विभागों की भी समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
 इस बैठक में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 सविता हयांकी, वनाधिकारी माहतिम यादव, के0एस0 रावत, संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत अपूर्वा पाण्डे, परियोजना निदेशक नरेश कुमार, महाप्रबन्धक उद्योग डा0 दीपक मुरारी सहित जनपद स्तरीय अधिकारी व विकासखण्डों से वीसी के माध्यम से अन्य अधिकारी उपस्थित थे।