अल्मोड़ा से बड़ी खबर आ रही है की 2022 दशहरा महोत्सव में रावण परिवार के सभी पुतले तो जल गए हैं, परंतु विवाद के चलते रावण को वापस उसके स्थान पर ले आया गया है, आज तक इतिहास में कभी नहीं हुआ की दशहरे के पर्व में रावण के पुतले को बिना जलाएं छोड़ा गया हो, लेकिन अल्मोड़ा में इस बार पहली बार ऐसा हुआ है दशहरे के दिन रावण का दहन नहीं किया गया। बताया जा रहा है कि दशहरे महोत्सव के दौरान देवांतक  और रावण के पुतलों के लोगों के बीच झगड़ा शुरू हो गया।

मामले को दशहरे समिति के लोगों द्वारा सुलझाने की पूर्ण कोशिश की गई, जिसके फलस्वरूप दोनों पक्ष मान गए और पुतलों को स्थानीय स्टेडियम में ले जाने की बात हो गई।  लेकिन शर्त के अनुसार स्टेडियम में सभी के सामने माफी मांगने की बात रावण पुतले के लोगों ने रखी थी, जो नहीं मानी गई ऐसा रावण पुतला समिति के लोगों का कहना है, इस कारण वह पुतले को वापस लाला बाजार ले कर के आ गए।

दशहरा महोत्सव के अध्यक्ष अजीत कार्की से हुई वार्ता में उन्होंने बताया की हमारे द्वारा पूर्ण प्रयास किया गया कि सभी पुतलों को पूरा सम्मान मिले और समय से स्थानीय स्टेडियम में पुतलों का सामूहिक रूप से दहन किया जाए। इस वर्ष जो भी पुतले स्टेडियम नहीं पहुंचे है या जिन पुतलों ने अनियमितता की है उनको अगले साल से प्रतिबंधित करने पर विचार किया जाएगा ताकि दशहरा महोत्सव को प्रेम सौहार्द एवम शांतिपूर्ण ढंग से मनाया जा सके।