पूर्व उपाध्यक्ष एन.आर.एच.एम. बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि देश के अन्य राज्यों की तरह उत्तराखण्ड़ में भी कोरोना संक्रमण तेजी से फैल चुका है । राज्य में तमाम जीवन रक्षक चिकित्सीय उपकरणों,दवाइयों से लेकर आॅक्सीजन तक की अनुपलब्धता है । इसी बीच उत्तराखण्ड़ के राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने केन्द्र सरकार से वर्ष 2019-20 की अवमुक्त अपनी सांसद निधि से राज्य के विभिन्न जनपदों के चिकित्सालयों को 1.45 करोड़ (एक करोड़ पैतालीस लाख) की धनराशि कोरोना महामारी के बढते प्रकोप और आॅक्सीजन की भारी किल्लत को देखते हुये अवमुक्त की गयी है ।   यह जानकारी देते हुये  कर्नाटक ने बताया कि उपरोक्त रू. 1.45 करोड़ की धनराशि में से सुशीला तिवारी चिकित्सालय हल्द्वानी (नैनीताल) व अल्मोड़ा मेडिकल कालेज को 15.00- 15.00 लाख, जिला चिकित्सालय बागेश्वर, अल्मोड़ा,चम्पावत,पिथौरागढ,चमोली,पौडी,टिहरी,उत्तरकाशी और रूद्रप्रयाग को क्रमशः 10.00-10.00 लाख,बागेश्वर में आॅक्सीजन प्लांट हेतु रू. 25.00 लाख की धनराशि स्वीकृत की है ।

पूर्व उपाध्यक्ष कर्नाटक ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा वर्ष 2020-2021 की सांसद निधि पर रोक लगायी गयी है जिसके अवमुक्त होने पर सांसद द्वारा कोरोना महामारी से त्रस्त नागरिकों के स्वास्थ्य सम्बन्धी आवश्यकता को पूरा करने का प्रयास किया जायेगा । सांसद द्वारा इस कोरोना महामारी में उपलब्ध करायी गयी धनराशि से चिकित्सालयों में आॅक्सीजन की किल्लत दूर हो सकेगी व गम्भीर कोरोना संक्रमितों के जीवन को बचाया जा सकेगा । कर्नाटक ने कहा कि वे अपेक्षा करते हैं कि वर्ष 2020-21 की सांसद निधि अवमुक्त होने पर सांसद इसी प्रकार पर्वतीय जनपदों के छोटे चिकित्सालयों में पर्याप्त चिकित्सीय उपकरणों को उपलब्ध कराये जाने में सहायक होेंगे जिससे कोरोना महामारी की सम्भावित तीसरी लहर से गम्भीर कोरोना संक्रमितों को मैदानी चिकित्सालयों के लिये रैफर न करना पड़े ।