किशोर न्याय अधिनियम के अन्तर्गत शुक्रवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी डा.आशीष चौहान की अध्यक्षता में जिला बाल कल्याण समिति की त्रैमासिक बैठक हुई। जिसमें बाल अधिकारों के संरक्षण से संबंधित गतिविधियों के प्रभावी समन्वय एवं क्रियान्वयन एवं चाइल्ड लाइन से जुडें मुद्दों पर गहनता से चर्चा की गई।

जिलाधिकारी ने समिति के माध्यम से किए जा रहे कार्यो की सरहना करते हुए कहा कि समिति अच्छा काम कर रही है। बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए समिति को हर संभव मदद दी जाएगी। उन्होंने समिति के सदस्यों से कहा कि जिन क्षेत्रों में बाल उत्पीड़न के ज्यादा मामले मिल रहे है, उन क्षेत्रों में सक्रियता से काम करने जरूरत है।  उन्होंने कहा कि पोक्सो एक्ट के बारे में विद्यालयों के माध्यम से बच्चों को जागरूक किया जाए।

बाल कल्याण समिति की अध्यक्षा लक्ष्मी भट्ट ने बताया कि जनपद में बाल गृह नही है। समिति ने काड संस्था जाखनी बैड को फेसिलिटी केन्द्र बनाया है। जरूरतमंद बच्चों को यहां पर देखरेख की जा रही है। जनवरी से अभी तक समिति के पास 44 मामले आए। जिनमें से 36 मामलों का निराकरण कर लिया गया है और 8 मामले अभी अवशेष है।

बैठक में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष लक्ष्मी भट्ट, जिला प्रोबेशन अधिकारी संजय गौरव, प्रोडेक्शन अधिकारी रीतू भट्ट, समिति के सदस्य रेखा रानी, जगदीश कालोनी, मनोज पांडेय आदि उपस्थित थे।