सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के उत्तराखंड जलवायु परिवर्तन केंद्र द्वारा एवं यूसर्क के वित्तीय सहयोग से पृथ्वी दिवस के अवसर पर शारदा पब्लिक स्कूल में जलवायु परिवर्तन के तहत जल संरक्षण एवं संवर्धन विषय पर जनजागरूकता अभियान की शुरुआत् हुई। इस जनजागरूकता अभियान में उत्तराखंड जलवायु परिवर्तन केंद्र के निदेशक डॉ नंदन सिंह बिष्ट, गोविंद बल्लभ पंत संस्थान,कोसी कटारमल के वैज्ञानिक डॉ संदीपन,शारदा पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य विनीता लखचौरा ने जनजागरूकता अभियान का शुभारंभ किया।
उत्तराखंड जलवायु परिवर्तन केंद्र के निदेशक एवं हरेला पीठ के सदस्य डॉ नंदन सिंह बिष्ट ने कहा कि जल संकट की स्थितियों से निबटने के लिए हमें पर्यावरण के प्रति संवेदनशील होना होगा। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें जल की प्रत्येक बूंद को बचाना होगा। उन्होंने कहा कि पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य पर सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के कुलपति प्रो. नरेंद्र सिंह भंडारी के निर्देशन में पर्यावरण संरक्षण, जल संवर्धन को लेकर जनजागरूकता अभियान की शुरुआत कर दी गयी है। हम विभिन्न स्कूल में जाकर जनजागरूकता अभियान का संचालन करेंगे।
जी बी पंत कोसी,कटारमल के वैज्ञानिक डॉ.संदीपन ने जलवायु परिवर्तन के फलस्वरूप हो रहे बदलाव और परिणामों पर अपनी चिंता जताई।
इस अवसर पर शारदा पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य विनीता लखचौरा,डॉ अरविंद पांडे, डॉ.रवींद्रनाथ पाठक, अनुभा काण्डपाल, शेरोन मेहता, राजेश तिवारी, पूजा काण्डपाल, कृतिका उप्रेती, नेहा रावत, जया जोशी, पुष्पा उप्रेती,
हरेला पीठ के सदस्य रूप में डॉ.ललित चंद्र जोशी सहित सोबन सिंह जीना परिसर के जी आईएस विभाग के शिक्षक, शारदा पब्लिक स्कूल के शिक्षक एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।