अल्मोड़ा : सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर कर रहे लघु शोधार्थी आशीष पंत और पहाड़ एक्सप्रेस की टीम ने मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे के अवसर पर वर्चुअल विचार गोष्टी का आयोजन किया। विचार गोष्टी का संचालन करते हुए आशीष पंत ने मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे के विषय में अपने विचार रखे और इस विशेष दिन के महत्व को सभी के सामने रखा। इस अवसर पर आशीष ने कहा कि मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे 28 मई 2014 से हर वर्ष पूरी दुनिया में एक वार्षिक मासिक धर्म जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। आशीष ने इस दिन की शुरुआत पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 28 मई 2014 को वाश यूनाइटेड नामक एनजीओ ने इस दिन को मेंस्ट्रुअल हाइजीन मैनेजमेंट के महत्व को उजागर करने हेतु बनाना शुरू किया। इस दिन पूरे विश्व भर में मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को स्वच्छता व इस विषय पर खुलकर बात करने के विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा जागरूक किया जाता है। बतातें चलें कि आशीष इससे पहले भी पीरियड्स को लेकर सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्षा प्रो० इला साह के निर्देशन में ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य कर चुके हैं, इस विषय को लेकर सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के छात्र और पहाड़ एक्सप्रेस के संपादक राहुल जोशी द्वारा एक डॉक्यूमेंट्री Bleeding Right का निर्माण किया गया जो की पहाड़ एक्सप्रेस के यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध है।

पहाड़ एक्सप्रेस के संपादक और Bleeding Right डॉक्यूमेंट्री के निर्माता राहुल जोशी ने विचार गोष्टी में डॉक्यूमेंट्री के दौरान अपने अनुभव को सभी के साथ साझा किया। उन्होंने बताया कि वो आगे भी इस तरह के सामाजिक कार्यों को कवर करने हेतु प्रयासरत रहेंगे।

विचार गोष्ठी में अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखते हुए महिलाओं को जागरूक करने हेतु अपने अपने सुझाव दिए। इस मौके पर कई छात्र छात्राओं, शिक्षकों और समाजसेवियों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।

विचार गोष्ठी कार्यक्रम में आशीष पन्त, राहुल जोशी, हर्षिता टम्टा, तनुजा शाह, मयंक पंत, गुंजन जोशी, विनय तिवारी, प्रो. इला शाह, शिक्षक कल्याण मनकोटी, धीरज तिवारी, अनुराग मानकोटी, ओजस्वी, मोहित रावत, स्वेता, हरीश, प्रियंका, दिव्या जोशी, डॉ. रवि उप्रेती, रजनीश तिवारी, शिवानी जोशी के साथ कई विश्वविद्यालय, स्कूलों के छात्र छात्राएँ और कई सामाजिक कार्यकर्ता, डॉक्टर, नर्स और मेडिकल स्टाफ के कर्मचारी भी वर्चुअल जुड़े। साथ ही सभी ने आशीष और पहाड़ एक्सप्रेस की इस मुहिम को सराहा और आगे भी इसे बड़े पैमाने पर युवाओं को जागरूक करने में हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया।