वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने जारी एक बयान में कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने पर्वतीय राज्य उत्तराखंड में राज्य निर्माण के बाद अस्थिरता की राजनीति करने का काम किया है, जिसके फलस्वरूप 20 वर्षों में 11 मुख्यमंत्री इस राज्य को अपनी सेवाएं दे चुके हैं , राज्य में केवल मुख्यमंत्री बनाने का काम हो रहा है । जबकि राज्य की मूलभूत समस्याएं जिनमें स्वास्थ्य ,शिक्षा ,सड़क ,पेयजल और बेरोजगारी मुख्य मुद्दा था भारतीय जनता पार्टी ने इन मुद्दों को अनदेखी करते हुए केवल राज्य में स्थित राजनीति फैलाने का काम किया, यह अपने आप में एक राज्य के लोगों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हैं। कर्नाटक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का यह चरित्र है कि जिस भी राज्य में कोई स्थाई सरकार चल रही है तो भाजपा नेतृत्व उसे अस्थिर करने का काम करता है चाहे वह विपक्ष की सरकार हो अथवा उनकी ही सरकार हो।उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जहां हमारे राज में अंतिम वर्ष में विकास की योजनाएं तेजी से धरातल में अपना रूप लेते चाहिए थी वही भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश को तीन तीन मुख्यमंत्री देने का काम किया। उन्होंने कहा कि आज वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सामने सबसे बड़ी चुनौती भारतीय जनता पार्टी के घोषणापत्र को पूर्ण करने की है ,अब केवल चुनाव में 6 माह का समय बचा हुआ है और घोषणा पत्र में किए गए वादे पूरे कर जनता के बीच में जाने का समय है, किंतु युवा मुख्यमंत्री के सामने अनेकों चुनौतियां हैं। कर्नाटक ने कहा कि इस युवा राज्य में भारतीय जनता पार्टी ने अपने 10 साल के कार्यकाल में 8 मुख्यमंत्री देकर राज्य को केवल मुख्यमंत्रियों की सौगात दी जबकि जनता को उनकी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा, जहां राज्य बनने के बाद इन 20 वर्षों में पलायन बहुत तेजी से बड़ा वहीं वर्तमान समय में बेरोजगारी अपने चरम पर है, युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी की सरकार राज्य के युवाओं को रोज़गार देने में पूर्णतया असफल रही है। कर्नाटक ने कहा कि आज प्रदेश के युवाओं में धामी के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह सोच जागृत हुई है कि वह इन 6 माह में कम से कम 10  लाख से अधिक युवाओं को रोजगार देने का काम करेंगे, जिससे उनके मुख्यमंत्री बनना सही सार्थक सिद्ध हो और राज्य के युवाओं में सरकारी नौकरियों के प्रति जो नकारात्मकता आई है उसे मा० धामी दूर करें ,और इस राज्य को सही दिशा में ले जाने का काम करें, तथा कोरोना की तीसरी लहर जो संभावित है उसके लिए भी अभी से धामी नई सोच के साथ काम करें जिससे अपने प्रदेश के नागरिकों को महामारी से बचाया जा सके।।