स्वच्छ पेयजल की महत्वता एवं इसके स्वास्थ्य पर होने वाले प्रभावों हेतु एक दिवसीय जागरूकता कायर्क्रम

गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पयार्वरण संस्थान, कोसी कटारमल, अल्मोड़ा द्वारा बागेश्वर जिले के शामा ग्रामसभा में ’’पानी की गुणवत्ता और स्वास्थ्य पर इसका प्रभाव’’ विषय पर एक दिवसीय कायर्शाला का आयोजन उत्तराखण्ड राज्य के विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकीय परिषद, देहरादून की सहायता से किया गया। कायर्क्रम को प्रारम्भ करते हुए संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा0 आई0डी0 भट्ट ने संस्थान द्वारा हिमालय क्षेत्र में किये जा रहे कायोर् के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वतर्मान में प्रति व्यक्ति पानी की उपलब्धता बहुत कम है इसलिए पानी के प्रबंधन एवं स्रोतो का संरक्षण करने की अति आवश्यकता है।

कायर्क्रम में मुख्य अतिथि श्री भवान सिंह कोरंगा जी ने बताया कि जलवायु परिवतर्न के कारण पानी के स्रोत सूख गये हैं अतः हमें इनका उचित प्रबंधन करने की आवश्यकता है एवं उन्होने बताया कि आज के समय में  लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम हो गई है जिससे अगर उन्होने दुषित पानी पिया तो उन्हें बहुत सारी बीमारियाॅ हो सकती हैंै।

सम्मानित अतिथि श्री दिवान सिंह जी ने बताया कि दूषित पानी पीने के कारण विश्व में हर आठ सेकेण्ड में एक हजार बच्चे बीमार होते हैंै। इसलिए हमें हमेशा उबला हुआ पानी पीना चाहिए।

कायर्क्रम के विशिष्ठ अतिथि श्री राम सिंह कोरंगा, पूवर् जिला पंचायत अध्यक्ष जी ने कहा की शामा क्षेत्र में पानी के संरक्षण करने की अति आवश्यकता है। इसके लिए जैव-विविधता प्रबंधन एवं संरक्षण की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि जैव-विविधता का आवश्यकता से अधिक दोहन करने के कारण पानी के स्रोतो पर नकारात्मक प्रभाव पड रहे हैंै।

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, शामा के डा0 पटेल पानी से होने वाले विभिन्न बीमारियों के प्रभाव एवं उनके निवारण के विषय में बताया। संस्थान के डा0 सुबोध ऐरी जी ने पेयजल की गुणवत्ता एवं इसके स्वास्थ्य में पड़ने वाले प्रभाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

संस्थान के डा0 विक्रम नेगी ने पानी के स्रोतो के संरक्षण एवं प्रबंधन के बारे में जानकरी दी। शोध छात्रा पूजा ठठोला ने पूरे उत्तराखण्ड में पानी की उपलब्धता के बारे में बताते हुए कहा की कैसे बरसात के मौसम में पानी को पीने योग्य बनाया जा सकता है।

इस कायर्क्रम में शामा, भराड़ी एवं कपकोट सहित विभिन्न गाॅवों के लोगों ने प्रतिभाग किया। इस कायर्क्रम में संस्थान से हिमांशु बरगली, विभास ध्यानी, मनोज सिंह मेहता एवं मुकेश रावत ने प्रतिभाग किया।