कांग्रेस की जिला महासचिव गीता मेहरा ने भाजपा के द्वारा बार बार मुख्यमंत्री बदलने पर अपने बयान में कहा कि भाजपा एक तरफ जनता को महंगाई की मार से मार रही है तो दूसरी तरफ जनता की गाढ़ी कमाई को मुख्यमंत्रियों पर खर्च से उड़ा रहे है, जो सही नहीं है। भाजपा ने अब 6 माह के लिए जनता की कमाई से एक और खर्च बड़ा दिया है। प्रदेश में कर्मचारियों को देने के लिए या फिर कहे जनता की सुविधा के लिए धन उपलब्ध नहीं होने के बाद भी अब एक और मुख्यमंत्री पर करोड़ों का खर्च करना पड़ेगा। एक बार फिर सभी दस्तावेजों में नाम बदलना, एक और मुख्यमंत्री की तनख्वाह का बोझ जनता की जेब में पड़ेगा। जनता का हित नहीं सोचने वाली पार्टी है भाजपा। अस्थिर राजनीति या अस्थिर सरकारें उत्तराखंड के लिए एक अभिशाप साबित हो रही हैं ये उत्तराखंड के विकास लिए रास्ते का रोड़ा है। जो धन राजनीतिक अस्थिरता के कारण व्यय हो रहा है यदि वो प्रदेश के विकास में खर्च होता तो राज्य की उन्नति होती और प्रदेश के जन मानस को उसका लाभ मिलता। किंतु इसके विपरीत जनता इसका दंश झेल रही है। यदि पूर्ण बहुमत मिलने के बाद भी सरकार 5 वर्ष का कार्यकाल स्थिरता के साथ  पूर्ण नहीं कर पा रही है तो ये साफ साफ भाजपा के अंतर्द्वन्द को दर्शाता है।