अल्मोड़ा। घर लौट रहे बागेश्वर के युवकों की मृत्यु हो जाने से दुख का माहौल बना हुआ है युवकों की आत्मा की शांति के लिए पूर्व मंत्री बिट्टू कर्नाटक और उनके साथियों द्वारा उपवास व शांति पाठ किया गया। पूरा भारत कोविड-19( कोरोना संक्रमण ) से मिलकर लड़ाई लड़ रहा है, वहीं लाखों गरीब कमजोर मजदूर आज अपने घरों को निकल चुके हैं, अनेकों नागरिकों की इस यात्रा में मृत्यु हो रही है, वहीं बागेश्वर जनपद के दो लोगों की आकस्मिक मृत्यु भी इस कोविड-19 में यात्रा के दौरान हुई है। हम सब भारतवासी इस महामारी के खिलाफ सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर दृढ़ इच्छाशक्ति, कर्तव्यनिष्ठा के साथ इस संघर्ष में साथ हैं। किंतु आज आम गरीब नागरिक कई चीजों से जूझ रहा है, उसे रोजगार की समस्या है, वहीं आज लाखों की तादाद में लोग अपने घरों को निकल चुके हैं। कर्नाटक ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि जो लोग आज अपने घरों को निकल चुके हैं उनकी सकुशल घर वापसी हो, और उन्हें घर पहुंचाने तक की जिम्मेदारी सरकार ले, साथ ही उनकी विधिवत जांच हो यदि कोई संक्रमित हो तो उसका इलाज करने की आवश्यकता है। जिन क्षेत्रों में आज कोविड-19 पहुंचा नहीं है उन्हें बचाने की भी हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है। किसी भी नागरिक की भूख से मृत्यु ना हो, यह हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है। कर्नाटक ने अपील की है कि देश वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ ही नर्सिंग स्टाफ, डॉक्टर, पुलिस प्रशासन ,नगर पालिकाओं के सम्मानित पर्यावरण मित्रों, प्रशासनिक सेवा में कार्य कर रहे अधिकारियों/कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण सहित अन्य सामग्री मुहैया कराई जानी चाहिए ताकि इस कोविड-19 से हम सब मिलकर भारत के नागरिकों को बचाएं। यही हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है।