‘प्रमुख खरीफ फसलों में समेकित कीट एवं रोग प्रबंधन‘ विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गूगल मीट एप द्वारा कृषि विभाग अल्मोड़ा के 30 से भी अधिक कृषि अधिकरियों द्वारा इस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के निदेशक डॉ0 लक्ष्मीकान्त ने किया। उन्होंने पर्वतीय फसलों विशेषकर खरीफ फसलों में लगने वाले प्रमुख रोगों एवं कीटों की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हाल के वर्षो में सूक्ष्म नुकसान पहुंचाने वाले रोग एवं कीट अधिक नुकसान पहुंचाने लगे हैं एवं इनका प्रबंधन कर हम अपनी फसलों का उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ा सकते हैं। उन्होंने ‘पर्वतीय क्षेत्रों में कीट प्रबंधनः रणनीति, संभावनाएं एवं बाधाएं‘ विषय पर व्याख्यान दिया। डॉ0 के0 के0 मिश्रा द्वारा फसलों में रोगों की महत्ता को देखते हुए खरीफ फसलों के प्रमुख रोग एवं उनका प्रबंधन विषय पर व्याख्यान दिया गया। भारत में टिड्डी दल एवं उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में फाल आर्मीवर्म कीट को दृष्टिगत रखते हुए अमित उमेश पश्चापुर ने ‘खरीफ फसलों के प्रमुख कीट एवं उनका प्रबंधन‘ विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने फसलों में टिड्डी दल प्रबंधन एवं मक्का की फसल में फाल आर्मीवर्म कीट के नियंत्रण पर विशेष बल दिया। आशीष कुमार सिंह ने ‘खरीफ फासलों में सूत्रकृमि प्रबंधन‘ पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम का समापन सभी गणमान्य व्यक्तियोंएवं प्रतिभागियों को धन्यवाद् ज्ञापित कर किया गया।