देहरादून – कुछ दिनों पूर्व प्रदेश में नौकरी दिलाने का मामला बहुत गरगाया हुआ था। उसी में आरएसएस के प्रांत प्रचारक के द्वारा अपने लोगों को नौकरी में रखवाने का मामला भी पूरे प्रदेश में बड़ी राजनीतिक गलियारों में गरमाई हुई थी। अब इसका खुलासा कुछ इस तरह से सामने आ रहा है। अब द्वारा पक्ष सामने आया है जिसने बताया आरएसएस के प्रांत प्रचारक ने किसी भी सरकारी विभाग में किसी की नौकरी के लिए सिफारिश नहीं की। इसकी पुष्टि उन 18 विभागों और संस्थानों के जवाब में हुई है, जिनमें प्रांत प्रचारक की सिफारिश पर नौकरी दिए जाने की सूची इंटरनेट मीडिया पर पिछले दिनों वायरल की गई थी। विभागों ने अपना जवाब इस प्रकरण की जांच कर रही एसटीएफ को भेजा है। इसके अलावा प्रांत प्रचारक की ओर से कुछ व्यक्तियों को सरकारी कार्यों के ठेके दिलाने की बात भी कही गई थी, लेकिन एसटीएफ की जांच में किसी भी ठेके में प्रांत प्रचारक का नाम नहीं आया। अब इस मामले में सूची वायरल करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
आपको बताते चले पिछले दिनों इंटरनेट मीडिया पर एक सूची वायरल हो रही थी, जिसमें 54 व्यक्तियों के नाम थे। बताया गया था कि इन सबको राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक युद्धवीर सिंह की सिफारिश पर नौकरी मिली है। सूची में उक्त 54 व्यक्तियों को 18 अलग-अलग विभागों और संस्थानों में नौकरी दिए जाने का जिक्र था। इस मामले में 17 सितंबर को संघ के पदाधिकारी दिनेश सेमवाल ने साइबर थाने

में मुकदमा दर्ज कराया था। इस पर एसटीएफ का ने जांच शुरू की। सभी 18 विभागों और संस्थानों को पत्र लिखकर उनके यहां इन नामों के कर्मचारियों की सूची मांगी गई थी।



एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने निम्न बताया कि आयुर्वेद विश्वविद्यालय, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, कुमाऊं विश्वविद्यालय, निरी आवासीय विश्वविद्यालय अल्मोड़ा, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय, संस्कृत विश्वविद्यालय, लोक निर्माण विभाग, सचिवालय, सैनिक कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, परिवहन विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, सहकारिता विभाग, पशुपालन विभाग, खनन विभाग ने अपने जवाब भेज दिए हैं। इसमें कहा गया है कि सूची में दर्ज नाम के कर्मचारी उनके यहां कार्यरत नहीं हैं। एसएसपी ने बताया कि अब इस सूची को वायरल करने वाले की पहचान की जा रही है। जल्द ही आरोपित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। एसटीएफ अब सूची वायरल करने वालों की तलाश में जुटी है और जल्द उक्त व्यक्तियों की गिरफ्तारी की बात बताई जा रही है।