गोबिंद बल्लभ पंत हिमालय पर्यावरण एवं विकास संस्थान के निदेशक प्रो0 सुनील नौटियाल, संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के साथ लदाख यूटी के लै0 गर्वनर आर0 के0 माथुर से शिष्टाचार भेंट कर जी0बी0पंत संस्थान के उद्देश्य, उपलब्ध्यिों, क्रिया-कलापों एवं संरचना आदि के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संस्थान बहुआयामी उद्देश्य को लेकर अंर्तसंबंधी विषयों/क्षेत्रों के साथ मिलकर समुदाय हित के लिए कार्य कर रहा है। संस्थान विभिन्न क्षेत्रीय केंद्रों का संचालन कर शोध गतिविधियों, क्रिया-कलापों का संचालन कर क्षेत्र की आजीविका आदि के लिए कार्य कर रहा है। लदाख यू0टी में भी संस्थान का एक क्षेत्रीय कार्यालय कार्य कर रहा है जो लददाख यू0टी0 के साथ मिलकर स्थापित किया गया। जो तीन वर्ष पुराना है और लद्दाक में जल संरक्षण, पॉलिसी निर्माण, पर्यावरण संरक्षण, आजीविका आदि के लिए कार्य कर रहा है। उन्होंने इसको लेकर एक प्रस्तुतिकरण दिया।
राज्यपाल ने जी0बी0पंत हिमालय पर्यावरण एवं विकास संस्थान, कोसी-कटारमल और लद्दाख स्थित उसके क्षेत्रीय केंद्र के कार्यों एवं उपलब्धियों की प्रशंसा की। और कहा कि लदाख यू0टी0 की स्थापना वर्ष में संस्थान ने एक लदाख संस्टेनबल माउंटेन डेवपलपमेंट समिट आयोजित कराई। जिसके कई बेहतर परिणाम सामने आए हैं। पर्यटन और आपदा प्रबंधन को लेकर प्लान, विकास को लेकर पॉलिसी निर्माण में उसने कार्य किया है। उन्होंने आशा जताई कि लदाख स्थित जी0बी0पंत संस्थान का क्षेत्रीय कार्यालय लदाख में पर्यावरण, नियोजित विकास, नियोजित पयर्टन आदि में शोध कर बेहतर सोच प्रदान करे और सहयोग देता रहे। जिससे लदाख को विकास में योगदान मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि कि लदाख के पर्यावरण को ध्यान में रखकर लदाख में पांच मॉडल विलेज बनाए जाएंगे। जिसके लिए तकनीक का सहयोग लेकर कारगर आजीविका विकसित की जाएगी। इसके लिए कार्य किया जाएगा। उन्होंने संस्थान को अपना हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए आस्वस्थ किया।
संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ0 इंद्र दत्त भटट ने संस्थान के जैवविविधता से संबंधित अनुसंधान, कार्यक्रमों, क्रिया-कलापों की जानकारी दी। इसके साथ औषधीय पौधों को विकसित कर क्षेत्र में बढ़ती आत्मनिर्भरता के संबंध में जानकारी दी। राज्यपाल ने आशा जताई कि लदाख के वातावरण के अनुकूल रहने वाले कुछ चुनिंदा औषधीय पौधों को उगाकर एक क्लस्टर मॉडल विलेज विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समुदाय से जुड़कर कार्य करना होगा। हमें भविष्य में आने वाले जल संकट, पर्यावरण में आ रही गिरावट आदि के लिए अपने को तैयार करना होगा।
लदाख स्थित संस्थान के क्षेत्रीय कार्यालय के प्रमुख एवं वैज्ञानिक डॉ0 सुब्रत शर्मा ने लदाख स्थित जी0बी0पंत संस्थान के क्षेत्रीय कार्यालय के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि समुदाय के साथ मिलकर लदाख में यह क्षेत्रीय कार्यालय पॉलिसी निर्माण, प्रबंधन, विकास, बेहतर आजीविका, जल संरक्षण आदि को लेकर उत्कृष्ट कार्य कर रहा है।
इस बैठक को आयोजित कराने में चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन पंकज रैना ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।