मोहन उप्रेती लोक संस्कृति कला एवं विज्ञान शोध समिति के तत्वावधान मे चल रहे रचना दिवस महोत्सव के कार्यक्रम की श्रृंखला मे तीसरे दिन बगेट (चीड़ के पेड़ की छाल) पर एक प्रदर्शन व्याख्यान का आयोजन किया गया साथ ही ऐपण कार्यशाला व प्रदर्शनी एडम्स इण्टर कॉलेज के हॉल मे जारी रही
काष्ठ कलाकार धीरेंद्र पांडे ने बगेट पर किस तरह कला कृति का निर्माण किया जाता हैं इस पर प्रदर्शन व्याख्यान दिया युवा कलाकार बालक बलिकाओ ने उनके साथ बगेट पर कार्य किया इसमे २५ प्रतिभागियो ने प्रतिभाग किया
वही ऐपण कार्यशाला मे प्रशिक्षक मीरा जोशी ने बच्चों को संस्कारों मे बनने वाली चोकीयो के विषय मे जानकारी दी बच्चों ने खुबसूरत ऐपणों का अंकन किया
हेमन्त जोशी के निर्देशन में लगी प्रदर्शनी मे कलाकारों द्वारा बनी आसन चौकी , सूर्य दर्शन चौकी, हवन चौकी, वर चौकी, आचार्य चौकी, स्नान चौकी, धूलिअर्घ चौकी, ज्युति पट्ट साह और ब्राह्मण शैली, ज्युति पट्ट विवाह साह शैली, दुर्गा थापा, गंगा दशहरा द्वार पट्ट, नाग पंचमी का पट्टा, हिमांचल, माइ विजन सहित ऐपण मे कई प्रयोगात्मक कृतियो को प्रदर्शित किया गया
कार्यक्रम मे एडम्स की संगीत की छात्राओ ने गीत की प्रस्तुति दी कुमाउनी होली गायन परंपरा मे योगदान के लिए युवा होली गायक अनिल सनवाल को कला संरक्षण सम्मान से संस्था के अध्यक्ष हेमन्त जोशी द्वारा सम्मानित किया गया
अनिल सनवाल ने कहा की होली रामलीला ऐपण ये हमारी पहचान है इसमे युवा पीढ़ी को अपनी सहभागीता करनी चाहिए,
संस्था के अध्यक्ष हेमन्त जोशी ने कहा की हमारा प्रयास होगा की प्रशिक्षण मे सुंदर काम करने वाले कलाकारों को इसका बाजार उपलब्ध करवाए जिससे स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा सके
प्रर्दशनी मे वरिष्ठ कलाकार मीरा जोशी, विमला साह, मोहनी देवी पांडे, हेमन्त जोशी, तनुजा आर्या, नेहा पंत, कंचन जाटव
सोनू शर्मा, खुशी पलरी, रीतिका भट्ट, कुलदीप कुमार, कवीश नबियाल दायित्व कुशवाहा, अक्षिता पांडे, प्रज्ञा शाह, एकता आर्य, आदि के कार्य को प्रदर्शित किया गया है नमिता टम्टा, कवियत्री डा दीपा गुप्ता, मीना पांडे, किरन पंत, राजेन्द्र तिवारी, कैलाश पांडे, हर्षिता तिवारी, कमल पांडे, ममता आदि लोग उपस्थित थे