चंपावत –
महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों को रोकने के संबंध में मंगलवार को अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी एवं शासन के उच्च अधिकारियों द्वारा प्रदेश के सभी जनपदों के जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों, संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक आयोजित की गई। बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के प्रति होने वाली घरेलू हिंसा के साथ ही अन्य महिला संबंधित अपराध पर पूर्ण नियंत्रण हेतु जनपद स्तर पर सभी जिलाधिकारी अपने स्तर से पुलिस, बाल विकास, महिला कल्याण, विभिन्न स्वयं सेवी संगठनों, शिक्षा, चिकित्सा सहित अन्य विभागों को प्रभावी रूप से कार्य करने हेतु इससे संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने के साथ ही महिला एवं उत्पीड़न के रोकथाम हेतु 1 महीने का जनपद स्तर पर जागरूकता अभियान चलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न, दहेज, बाल विवाह, पोक्सो अधिनियम, घरेलू हिंसा आदि के संबंध में कानूनी एवं अन्य जानकारी उपलब्ध कराए जाने हेतु माध्यमिक विद्यालयों, महाविद्यालयों समेत दूरस्थ क्षेत्रों में लगातार जानकारी उपलब्ध कराए जाने के संबंध में कैंप आयोजित किए जाएं तथा जिला स्तर पर पुलिस, बाल विकास, महिला कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा सहित संबंधित विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। प्रत्येक जनपद में निराश्रित महिलाओं के लिए केंद्र स्थापित करने के साथ ही सरकारी भवन का चयन कर आवश्यक आश्रय स्थल बनाए। उन्होंने कहा कि वन स्टॉप सेंटर को और अधिक प्रभावी बनाए जाने हेतु कार्यवाही कराई जाए जिस क्षेत्र में घरेलू महिला हिंसा के अधिक प्रकरण प्राप्त हो रहे हैं उस क्षेत्र में लगातार जन जागरूकता अभियान आदि संचालित किए जाएं। इस कार्य में स्वयंसेवी संस्थानों की भी मदद लेते हुए जो भी संस्था या कार्मिक उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं उन्हें समय समय पर सम्मानित एवं प्रोत्साहित भी किया जाए।
वीसी के दौरान जिलाधिकारी चम्पावत ने अवगत कराया कि जिले में महिला उत्पीड़न एवं घरेलू हिंशा की रोकथाम हेतु जिले में विभिन्न प्रकार के जन जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। माध्यमिक विद्यालयों व महाविद्यालयों में जाकर भी महिला हिंशा की रोकथाम हेतु विभिन्न जानकारी देते हुए जागरूक किया जा रहा है। सभी कार्यालयों एवं संस्थानों में आंतरिक परिवाद समिति बनाई गई है।
बैठक में पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा, मुख्य विकास अधिकारी आरएस रावत, बालब्विकास अधिकारी राजेंद्र उप्रेती, समाज कल्याण अधिकारी आरएस सामंत, जिला शिक्षा अधिकारी सीएस बिष्ट आदि उपस्थित रहे।