प्रथम बार अल्मोड़ा आगमन पर चंदन राम दास कैबिनेट मंत्री

उत्तराखंड सरकार से मुलाकात कर प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल प्रतिनिधिमंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज अरोड़ा ने बागेश्वर जनपद को रेल लाइन परियोजना से जुड़ने को लेकर कई अहम मुद्दे उठाए व ज्ञापन दिया।

ज्ञापन में अरोड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री के सफल प्रयासों से उत्तराखंड राज्य में “ऋषिकेश – कर्णप्रयाग” रेललाइन परियोजना का कार्य प्रगति पर है।

हम सभी उम्मीद करते हैं यथा समय सन् 2024 तक आपके सार्थक प्रयासों के चलते यह परियोजना धरातल पर मूर्त रूप ले चुकी होगी। बागेश्वर जनपद वासियों को "टनकपुर-बागेश्वर" 155 कि॰मी॰ लंबी रेल लाइन का सपना विगत् 109 सालों से सर्वे के रूप में दिखलाया जाता रहा लेकिन आज तक पूरा करने का प्रयास नहीं हुआ। उत्तराखंड तीर्थांटन एवं पर्यटन आधारित राज्य है।किसी भी राज्य का पर्यटन उद्योग तभी सफल होता है जब वहाँ यातायात के सुलभ एवं सुरक्षित साधन हों। वर्तमान समय में निर्माणाधीन 125 कि॰मी॰लंबी "ॠषिकेश - कर्णप्रयाग" रेल परियोजना का बागेश्वर जनपद तक विस्तार किया जाना चाहिए क्योंकि कर्ण प्रयाग से बागेश्वर की वायु दूरी 42 कि॰मी॰ है। महज 42 से 50 कि॰मी॰ तक के विस्तारीकरण से बागेश्वर, गरूङ, कौसानी एवं आसपास के अन्य पर्वतीय जनपद वासियों का ऋषिकेश से सीधा रेलसंपर्क हो जाएगा , जो कि बागेश्वर तक विस्तार किए जाने तक सिर्फ 175 कि॰मी॰ के कि॰मी॰के लगभग होगा।

राज्य की राजधानी देहरादून सहित देश के अन्य प्रमुख स्थानों से जुड़ कर यहाँ का पर्यटन उद्योग निश्चित रूप से नई उचाईयां प्राप्त कर लेगा। *"ॠषिकेश -कर्णप्रयाग- बागेश्वर"* रेल लाइन परियोजना व्यवसायिक, आर्थिक, राजनैतिक, सांस्कृतिक, धार्मिक एवं सामरिक दृष्टिकोण से मील का पत्थर साबित होगी ऐसा पूर्ण विश्वास है।