पूर्व उपाध्यक्ष एन.आर.एच.एम. बिट्टू कर्नाटक विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अपने साथियों के साथ लोअर माल रोड,चिन्तेश्वर महादेव मन्दिर परिसर,भूमि देव मन्दिर पी0डब्लू0डी0कालोनी तथा आस पास की बंजर भूमि पर वृहद वृक्षारोपण अभियान चलाया गया ।

               कर्नाटक ने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण जीवन के रक्षण के समान है साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि हमें प्राकृतिक संसाधनों का दोहन न कर उन्हें संरक्षित करने की आवश्यकता है ताकि हमें शुद्व प्राण वायु एवं स्वच्छ जल प्राप्त होता रहे । उन्होंने कहा कि विकास की अंधी दौड में जिस प्रकार पर्यावरण का दोहन हो रहा है यह मानव जाति के लिये अति हानिकारक है और लगातार आ रही प्राकृतिक आपदायें इसका मुख्य कारण है ।

             उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को जब सम्भव हो अपने घरों के आस पास तथा रिक्त स्थान में पौध रोपण कार्य अवश्य कर उनका संरक्षण करना चाहिये साथ ही जल स्श्रोतों की साफ-सफाई कर इनके संरक्षण का कार्य करना चाहिये और आवश्यकतानुसार ही जल का उपयोग करना चाहिये ।  कर्नाटक ने कहा कि वर्तमान कोरोना आपदा के दौरान भी हमें प्राण दायिनी आक्सीजन गैस का महत्व समझ आ गया है और प्रकृति में संतुलन बनाये रखने हेतु आवश्यक है कि हम पर्यावरण सरंक्षण के कार्य को प्राथमिकता दें ।

            वृहद वृक्षारोपण के दौरान चैडीपत्ती/सदाबहार /फलदार पौधों का रोपण किया गया तथा अनेक व्यक्तियों को एक-एक पौध देकर अपने घरों में लगाये जाने का अनुरोध किया गया । इस अवसर पर डा.करन कर्नाटक,देबेन्द्र प्रसाद कर्नाटक,हेम चन्द्र जोशी,गौरव अवस्थी,मनीष तिवारी,शुभम् जोशी प्रकाश मेहता,अजय बिष्ट,प्रयाग दत्त जोशी,सुमित बिष्ट,कैलाश उप्रेती,सन्तोष जोशी आदि लोग उपस्थित थे ।