गोविन्द बल्लभ पन्त राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, कोसी-कटारमल, अल्मोड़ा में कार्य कर रहे शोधार्थी कुलदीप जोशी की पीएचडी की मौखिक परीक्षा सफलतापूर्वक संपन्न हुई. कुलदीप जोशी ने हिमालयी क्षेत्र में पायी जाने वाली औषधीय पादप प्रजाति पायोनिया इमोदी (चंद्रा) पर अपने शोध कार्य को पूर्ण किया. उनके शोध का विषय इन्वेस्टिगेटिंग इको-फिजियोलॉजिकल वेरियेबिलीटी एंड डेवलपमेंट ऑफ प्रोपेगेशन पैकेजेस फॉर पायोनिया इमोदी था. उन्होंने अपना शोध कार्य संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ इंद्र दत्त भट्ट एवं कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल की प्रोफेसर डॉ बीना पांडे के मार्गदर्शन में पूर्ण किया.

उक्त विषय पर मौखिक परीक्षा हेतु सिक्किम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर नीलाद्री बाग, कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल की प्रोफेसर डॉ बीना पांडे उपस्थित रहे. पीएचडी पर किए गए शोध कार्य में कुलदीप जोशी द्वारा पायोनिया इमोदी के संरक्षण एवं कृषिकरण पर जानकारी प्रदान की जो कि संकटग्रस्त प्रजाति के संरक्षण हेतु उपयोगी होगी.

पायोनिया इमोदी का उपयोगी हिमालयी क्षेत्रों में डायबिटीज, मिर्गी, अल्सर, पेट के रोगों और अन्य कई रोगों के उपचार में किया जाता है. अत्यधिक दोहन के कारण यह पादप प्रजाति संकट की कगार पर आ गयी है. मौखिक परीक्षा के दौरान पर्यावरण संस्थान के जैव विविधता संरक्षण एवं प्रबंधन केंद्र के प्रमुख डॉ इंद्र दत्त भट्ट सहित केंद्र के समस्त वैज्ञानिक एवं शोधार्थी उपस्थित थे. संस्थान के निदेशक और स्टाफ ने दोनों छात्रों को उनकी इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा उनके उज्जवल भविष्य हेतु शुभकामनाएं दीं.