कड़ाके की सर्दी, गर्मी हो या बरसात, अलसुबह वर्षों से घर घर अख़बार बांट कर कानून की पढ़ाई के साथ घर की ज़िम्मेदारी, पिता की बीमारी के इलाज़ की भी व्यवस्था करने वाले * गोपाल राम* इस बार अल्मोड़ा 52 विधानसभा क्षेत्र से उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के उम्मीदवार हैं।

दलित, वंचित समुदाय से आने वाले यह प्रखर युवा पिछले 13-14 वर्षों से अख़बार बांटने के साथ ट्यूशन पढ़ाने, दवा कंपनियों में एमआर का काम भी बखूबी करते रहे हैं।

लोगों की मदद करना, छात्र, मज़दूर, किसानों, जन आंदोलनों में सक्रिय रहना, हर जरूरतमंद की हर संभव सहायता करना उनके स्वभाव का हिस्सा है।

उपपा के इस प्रत्याशी को नानीसार में उत्तराखंड की ज़मीन जिंदल जैसे पूंजीपतियों को लुटाने के कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के निर्णय के ख़िलाफ़ चले आंदोलन का नेतृत्व करते हुए  गिरफ्तार किया गया। अल्मोड़ा की लगभग 500 साल पुरानी ऐतिहासिक सांस्कृतिक धरोहर मल्ला महल (कलेक्ट्रेट) का विकृत करने और उसे संदिग्ध ट्रस्ट को सौंपने के ख़िलाफ़ ऐतिहासिक सांस्कृतिक धरोहर बचाओ आंदोलन में उनकी उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी एवं अल्मोड़ा नगर पालिका अध्यक्ष  प्रकाश जोशी के साथ गिरफ्तार भी किया गया। चितई मंदिर को माफियाओं के चंगुल से मुक्त करने के लिए चले माफिया संस्कृति विरोधी जनाभियान में भी वो सक्रिय रहे। गोपाल को उनके साथियों के मध्य उनकी फक्कड़ी, ज़िंदादिली और शहर और गांवों में उनके व्यापक जनसंपर्क के लिए भी जाना जाता है।