जनपद अल्मोड़ा के हवालबाग विकासखंड के काश्तकार गांव बल्टा,बिंतोला,जखेटा में उत्तराखण्ड राज्य गठन के 20 साल बाद आज ग्रामीणों को लम्बे अर्से के बाद घरेलू गॆस गांव में विभाग द्वारा बांटने पर बल्टा सहित समीपवर्ती ग्रामीणों की वर्षों पुरानी मांग पूर्व दर्जा मंत्री बिटटू कर्नाटक के प्रयासों से पूर्ण हो सकी।
कोरोना वायरस ऒर लाँकडाउन के दॊरान कोरोना से बचाव के लिए बिटटू कर्नाटक जब गांव गाँव में दॊरा कर खाद्य सामग्री एंव मास्क ऒर अन्य सामग्री बांट रहे थे,तो ग्रामीणों द्वारा उन्हें अवगत कराया गया कि वो काफी लम्बे समय से रसोई गॆस की समस्या से जूझ रहे हैं। सभी जनप्रतिनिधियों ऒर विभाग से अनेक बार कह दिया हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही हैं। रसोई गॆस लेने के लिए एन टी डी , लक्ष्मेश्वर गॆस गोदाम तक चक्कर काटने के बाद गैस प्राप्त होती है, ऒर पूरा दिन बर्बाद हो जाता है। ग्रामीणों की इस समस्या पर कर्नाटक ने अपने विधिक विशेषज्ञ एड. आजाद खान के माध्यम से इंडियन आयल दिल्ली से पत्राचार कर जनहित में रसोई गॆस गांवो में उपलब्ध कराने को कहा गया। श्री कर्नाटक ने इंडियन ऑयल के क्षेत्र प्रभारी मोहम्मद आसिफ ऒर गॆस प्रबन्धक राजीव कुमार से लगातार दूरभाष पर वार्ता करने के एक माह बाद ग्रामीणों की लम्बे अर्से की मांग को पूरा कराया।
बल्टा क्षेत्र में अल्मोड़ा गॆस सर्विस विभाग द्वारा विधिवत एक पिकप 80 भरे घरेलू रसोई गॆस सिलेन्डरों से लदे वाहन को सड़क मार्ग से बल्टा, बिन्तोला ऒर जखेटा में पंहुचाया गया। इस अवसर पर गॆस विभाग द्वारा बताया गया कि हर माह की 4 तारीख को गांव में गॆस आयेगी, अगर माह में साप्ताहिक अवकाश होगा तो दूसरे दिन गॆस सड़क मार्ग से गांव में पंहुचेगी।
इस अवसर पूर्व ग्राम प्रधान अर्जुन मेहता , प्रधान प्रतिनिधि महेश लाल, सुरेन्द्र बिष्ट , गोविन्द राम , किशन मेहता, मनोज मेहता आदि ने गांव में रसोई गॆस पंहुचाने के लिए पूर्व मंत्री बिटटू कर्नाटक का स्वागत कर अहम कार्य पूर्ण करने के लिए अंग वस्त्र भेंट कर अभिनन्दन किया गया। इस अवसर पर विभाग के कर्मचारियों का भी स्वागत किया गया।
पूर्व मंत्री बिटटू कर्नाटक ने कहा कि वह क्षेत्र की समस्याओं के निदान के लिए जिला ऒर शासन स्तर पर लगातार संघर्ष कर रहे हैं। जनहित के किसी भी कार्य के लिए वह क्षेत्र की जनता के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर आवाज उठा रहे हैं। जिसका परिणाम रसोई गॆस का गांव में पंहुचना ग्रामीणों के संघर्ष का परिणाम हैं।
इस अवसर पर इंटक जिलाध्यक्ष दीपक मेहता, हेम जोशी, प्रताप मेहता, सुरेन्द्र बिष्ट, मयंक मेहता, राजेन्द्र बिष्ट, आशीष कुमार , गॊरव कुमार सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मॊजूद थे।