पूर्व उपाध्यक्ष एन.आर.एच.एम.बिट्टू कर्नाटक ने जिलाधिकारी,अल्मोडा के माध्यम से  मुख्यमंत्री को प्रेषित एक ज्ञापन में कहा कि वर्तमान में उत्तराखण्ड राज्य के पर्वतीय जनपदों में कोरोना संक्रमण तेजी के साथ फैल रहा है । जिसकी रोकथाम/उचित उपचार हेतु जनपदों के चिकित्सालयों में स्टाफ की कमी बनी हुई है क्योंकि अधिकारी/कर्मचारी जिनमें अधिकांशतः चिकित्सक,पैथोलाँजिस्ट,फार्मासिस्ट,स्टाफ नर्स,वार्ड वाँय हैं की ड्यूटी कुम्भ मेले में लगायी गयी थी । उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि बिना चिकित्सा स्टाफ के कोरोना संक्रमण से कैसे लडा जा सकता है और किस प्रकार संक्रमित व्यक्ति का उपचार किया जा सकता है,अल्मोडा जैसे पर्वतीय जनपद का अधिकांश चिकित्सा स्टाफ कुम्भ मेले में हरिद्वार तैनात किया गया था । चूंकि सरकार द्वारा कुम्भ मेले की समाप्ति की घोषणा की गयी है तथा पर्वतीय जनपदों की गम्भीर स्थिति को देखते हुये ड्यूटी में तैनात अधिकारी/कर्मचारियों को तत्काल कार्यमुक्त किये जाने के आदेश सम्बन्धित विभाग को निर्गत करने की मांग की।                              साथ ही कर्नाटक द्वारा एक अन्य महत्वपूर्ण विषय मुख्यमंत्री जी के संज्ञान में लाया गया कि पूर्व में चिकित्सालयों में स्टाफ नर्स की नियुक्ति प्रक्रिया बिना किसी परिक्षा के मात्र वरिष्ठता आधार पर की जाती थी तथा नियुक्ति के लिये किसी परीक्षा से नहीं गुजरना पडता था । वर्तमान में यह प्रक्रिया परीक्षा न होने के कारण अवरूद्व है । अतः उन्होंने तत्काल पूर्व की भांति स्टाफ नर्स की नियुक्ति प्रशिक्षित नर्सो में से वरिष्ठता के आधार पर करवाने की भी मांग की ताकि प्रशिक्षित स्टाफ का सहयोग इस कोविड काल में प्राप्त हो सके ।