अल्मोड़ा – हिन्दू धर्म मे जनेऊ का विशेष महत्व है। यहाँ उपनयन संस्कार के बाद जनेऊ धारण करने की परंपरा वैदिक काल से ही चली आ रही है। रक्षा बंधन के दिन रक्षा सूत्र बांधने के अलावा, नई जनेऊ भी धारण करने की परंपरा है। रक्षा बंधन का त्यौहार नजदीक है, ऐसे में जनेऊ की डिमांड भी बढ़ गयी है। एक समय मे जनेऊ को घर घर मे लोग सूत और तकली से कातकर तैयार करते थे, यह परम्परा अब धीरे धीरे खत्म हो रही है। लेकिन कुछ लोग आज भी इस प्राचीन परंपरा को जिंदा रखे हुए हैं। अल्मोड़ा के रहने वाले जीवन जोशी आज भी सूत और तकली के सहारे जनेऊ बनाते हैं। रक्षा बंधन के त्यौहार को देखते हुए वैदिक पम्परा जनेऊ को बनाने में जुटे हुए हैं। वह बताते हैं कि जनेऊ बनाने का काम उन्हे विरासत में मिला है।और इस परंपरा को संरक्षित करने में जुटे हैं।