अल्मोड़ा – वाहन पार्किंग की समस्या को देखते हुए जिला मुख्यालय समेत जिले के सभी तहसील मुख्यालयों, नगरीय क्षेत्रों, कस्बों एवं पर्यटन स्थलों में वाहन पार्किंग निर्माण किए जाने के सम्बन्ध में मंगलवार को जिलाधिकारी वन्दना द्वारा जिला कार्यालय सभागार में समस्त उप जिलाधिकारियों, कार्यदायी संस्थाओं व विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर 31 मार्च तक अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत वाहन पार्किंग बनाये जाने हेतु स्थल चिन्ह्ति कर अनुमानित लागत, पार्किंग की कुल क्षमता व भूमि की वर्तमान स्थिति का प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में धीरे-धीरे वाहन पार्किंग की समस्यायंे बढती जा रही है इसके समाधान हेतु विभिन्न क्षेत्रों में स्थायी पार्किंग का निर्माण किया जाना आवश्यकीय है। सभी उप जिलाधिकारी, तहसीलदार अपने क्षेत्रान्तर्गत कार्यदायी संस्थाओं के साथ वाहन पार्किंग निर्माण हेतु स्थलों का चयन 02 दिन के भीतर करते हुए 31 मार्च तक सूची के साथ प्रस्ताव उपलब्ध करायें। उसके उपरान्त जिला स्तर से पार्किंग के प्रस्ताव शासन को प्रेषित किए जायेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि वाहन पार्किंग स्थल का चयन करते समय यह ध्यान दिया जाय कि पार्किंग स्थल नगरीय क्षेत्र से अधिक दूरी पर न हो तथा पार्किंग का लाभ क्षेत्रीय जनता को अधिक से अधिक मिले और यातायात व्यवस्था सुव्यस्थित रूप से सुचारू हो सके इस सम्बन्ध में विशेष ध्यान रखा जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि तकनीकी तौर पर निकट भविष्य में रख-रखाव में किसी प्रकार की समस्या न हो इस हेतु छोटी-छोटी पार्किंग को प्रस्तावित करें। जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं से कहा कि तकनीकी तौर पर टनल पार्किंग की भी सम्भावना को तलाशा जाय। बैठक में जिला मुख्यालय के विभिन्न क्षेत्रों में स्वीकृत पार्किंग के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण स्थानों में पार्किंग निर्माण पर भी चर्चा की गयी। उन्होंने कहा कहा कि बाजार के निकट सुविधाजनक स्थानों में टीम संयुक्त रूप से सर्वे कर प्रस्ताव भेजे। बैठक में जिला मुख्यालय के अतिरिक्त रानीखेत, चौखुटिया, दन्या, कटारमल, कौसानी, जागेश्वर, कसारदेवी, मरचूला, ताड़ीखेत, सोमेश्वर आदि क्षेत्रों में वाहन पार्किंग निर्माण के सम्बन्ध में चर्चा करते हुए तत्काल भूमि चयन कर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। बैठक में अपर जिलाधिकारी सी0एस0 मर्तोलिया, जिला पर्यटन विकास अधिकारी अमित लोहनी सहित वर्चुवल के माध्यम से मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पाण्डे, सभी उपजिलाधिकारी, कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी आदि उपस्थित रहे।