अल्मोड़ा। कोविड-19 के कारण हुए देशव्यापी लॉक डाउन से टैक्सी चालकों के सामने भूख-मरी की स्थिति आ गयी है। जहाँ एक तरफ टैक्सी मालिकों में रोड टैक्स, टैक्सी की ईएमआई एवं वाहन बीमा का बोझ बढ़ता जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ 24 मार्च के बाद टैक्सियों की आवाजाही बन्द होने के कारण आमदनी शून्य हो गयी है।
टैक्सी चालक जो रोज टैक्सी चलाते हैं तब कहीं वे अपने एवं परिवार के लिए रोजी-रोटी की व्यवस्था कर पाते हैं। पिछले लॉक डाउन के बाद टैक्सी मालिक से लेकर टैक्सी चालकों के सामने भूख-मरी की स्थिति आ गयी है।
टैक्सी व्यवसाय करने वाले व टैक्सी चालकों के सामने आये इस गंभीर संकट को देखते हुए, धर्मनिरपेक्ष युवा मंच व टैक्सी यूनियन अल्मोड़ा ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन देते हुए मांग की कि टैक्सी चालकों के लिए तत्काल राहत पैकेज की व्यवस्था की जाये साथ ही टैक्सी मालिकों को लॉक डाउन की अवधि में टैक्स में पूर्णतः छूट दी जाए, साथ ही लाकडाउन की अवधि में टैक्सी ऋण को भी ब्याज से मुक्त किया जाये।
ज्ञापन देने वालो में मंच के संयोजक विनय किरौला, विनोद मुस्युनी, निरंजन पांडेय, दीवान ढेला, मनोज मेहरा उपस्थित रहे।