पूर्व उपाध्यक्ष एन.आर.एच.एम. बिट्टू कर्नाटक ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा है जिसमे कर्नाटक ने कहा है की केन्द्र सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक/चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि माह सितम्बर/अक्टूबर 2021 में कोरोना महामारी की तीसरी लहर आने की पूर्ण सम्भावना है । अतः इससे पूर्व ही कोरोना से बचाव की कमियों को दूर नहीं किया गया तथा कडे उपाय नहीं अपनाये गये तो तीसरी लहर में होने वाली जनहानि को रोका नहीं जा सकता ।

              महामारी को रोके जाने के लिये आवश्यक है कि जनपद स्तर पर (1) समस्त नागरिकों की अनिवार्य रूप से आर.टी.पी.सी.आर. जांच करायी जाय

(2) सभी बडे चिकित्सालयों में आक्सीजन प्लांट स्थापित किये जांय (3) समस्त चिकित्सालयों में पर्याप्त आई.सी.यू का निर्माण कराया जाय

(4) समस्त नागरिकों को टीका लगाये जाने के लक्ष्य को तत्काल हासिल किया जाय

(5) चिकित्सालयों में पर्याप्त आक्सीजन बैड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय

(6) प्राथमिकता से चिकित्सकों तथा मेडिकल स्टाफ की तत्काल भर्ती  व्यवस्था सुनिश्चित की जाय ।

              उत्तराखण्ड राज्य स्थापित होने के इक्कीस वर्ष बाद भी आज विशेषकर पर्वतीय जनपदों के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों/विकास खण्ड स्तर पर चिकित्सा सुविधा का अभाव है जिस कारण कोरोना संक्रमितों को मैदानी क्षेत्रों के चिकित्सालयों हेतु रैफर किया जाता है,समय पर उपचार न मिलने से उनकी मृत्यु हो रही है ।

कर्नाटक ने कहा कि इसी क्रम में आपके संज्ञान में एक महत्वपूर्ण बिन्दु लाना है कि उत्तराखण्ड में कम मेडिकल कालेजों के होने से चिकित्सकों की संख्या में भारी कमी आ रही है जिसके लिये एम.सी.आई.के मानक जिम्मेदार हैं । कोरोना काल को देखते हुये एम.सी.आई.से इनके मानकों में शिथिलीकरण करवाते हुये प्रत्येक पर्वतीय जनपदों में स्वीकृत मेडिकल कालेजों  को प्रारम्भ करवाया जाय ताकि चिकित्सकों की कमी को भी दूर की जा सके व महामारी में इन मेडिकल कालेजों से उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके साथ ही तहसील स्तर पर छोटे मेडिकल कालेज (कम बैड की क्षमता वाले) स्वीकृत कर तत्काल इन्हंे संचालित किया जाय । इसके लिये तहसील स्तर पर पूर्व से निर्मित भवनों का अधिग्रहण किया जाय ताकि यथाशीघ्र इन्हें संचालित किया जा सके । इन्हें आक्सीजन,वैन्टिलेटर,आक्सीजन बैड     की सुविधा,पर्याप्त औषधियां ,आर.टी.पी.सी.आर.जांच,टीकाकरण आदि से सुसज्जित किया जाय ताकि महामारी में तत्काल उपचार की सुविधा मिल सके व मैदान क्षेत्रों को रैफर किये जाने की स्थिति न आये साथ ही मृत्यु दर को रोका जा सके ।

कर्नाटक ने कहा कि राज्य की जनता के हित में उपरोक्त सुझावों पर अमल करते हुये तत्काल उचित निर्णय लेने की कृपा करें साथ ही आपसे पूर्ण अपेक्षा है कि आप जनहित में कार्य कर उत्तराखण्ड की जनता को इस महामारी से बचाने के दायित्वों का निवर्हन करेंगे।