देहरादून। कोविड-19 महामारी एवं अन्य बीमारियों से पिता माता व संरक्षक की मृत्यु के कारण जन्म से 21 वर्ष तक के प्रभावित बच्चों के लिए मुख्यमंत्री कौशल योजना राज्य में लागू की गई है। इस योजना के अंतर्गत आज दिनांक 16 अगस्त 2021 को यमुना कॉलोनी स्थित कैंप कार्यालय में 356 नए बच्चों को तीन हज़ार रुपए की धनराशि दी गई। यह धनराशि कैबिनेट मंत्री श्रीमती रेखा आर्य जी ने ऑनलाइन बटन दबाकर भेजी।

कैबिनेट मंत्री श्रीमती रेखा आर्य ने कहा कि दो अगस्त 2021 को मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना का शुभारंभ किया गया। जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में प्रथम चरण में 1062 बच्चों को प्रथम किश्त के रूप में तीन हज़ार रूपए की धनराशि हस्तांतरित की गई थी। इस योजना के तहत कोविड-19 महामारी व अन्य बीमारी से ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता व संरक्षक की मृत्यु हो चुकी हो। उनकी देखभाल पुनर्वास चल-अचल संपत्ति एवं उत्तराधिकारी तथा विधिक अधिकारों का संरक्षण किया जाना है।

मंत्री श्रीमती आर्य जी ने बताया कि इस योजना के द्वितीय चरण में आज (सोमवार 16 अगस्त 2021) को 356 नए बच्चों को तीन हज़ार रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है। यह आर्थिक सहायता ऑनलाइन सीधे उनके खाते में भेजी गई है।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के तहत आने वाले उन्हें अपनी बुआ माने। उन्होंने कहा कि उन बच्चों का ध्यान यह बुआ रखेगी और उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। कहा कि ऐसे बच्चों को किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर यह बुआ उन बच्चों की ढाल बनकर काम करेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी को इन बच्चों का मामा भी बताया। इस मौके पर विभागीय सचिव हरीश चंद्र सेमवाल, सीपीओ  मोहित चौधरी, डायरेक्टर आईसीडीएस एसके सिंह आदि उपस्थित रहे।

द्वितीय चरण में जनपद वार अनुमोदित कुल 356 बच्चों की  सूची में बागेश्वर जिला से 21, नैनीताल से 76, देहरादून से 186, टिहरी गढ़वाल से 04, पिथौरागढ़ से 08, अल्मोड़ा से 21, हरिद्वार से 40 बच्चों को आज ऑनलाइन बटन दबाकर खाते में धनराशि भेजी गई।

 अब तक मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना का लाभ कुल 1417 बच्चों को दिया गया है।